सहरसा/ संवाददाता विकास कुमार की रिपोर्ट…

इस साल के अंत तक बिहार में विधानसभा चुनाव (Saharsa BJP- JDU news) होना है। बिहार की राजनीति सीधे केंद्र की राजनीति पर असर डालती है। इसलिए केंद्र की किसी भी सरकार के लिए बिहार का समीकरण काफ़ी अहम होता है। बिहार की राजनीति कब और किस तरह से करवट लेगी कहना मुश्किल होता है। इस बार बिहार का चुनाव किसके इर्द गिर्द बुना जा रहा है ये तो आने वाला समय बताएगा,लेकिन चुनाव से पहले सहरसा में भाजपा जदयू में तकरार देखने को मिली है।

बीजेपी और जदयू में अभी से ही तकरार…


आगामी विधानसभा चुनाव से पूर्व सहरसा में बीजेपी और जदयू में अभी से ही तकरार शुरू हो चुका है, इस बीच बीजेपी के जिलाध्यक्ष ने जदयू कोटे से मंत्री रत्नेश सादा पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनके किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होने का एंलान कर दिया है।

ये है मामला…


दरअसल जिले के सोनवर्षा राज प्रखंड में अवर निबंधन कार्यालय का उद्घाटन किया गया था। कार्यक्रम में बिहार सरकार के मध निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग के मंत्री रत्नेश सादा भी मुख्य अतिथि के रूप शामिल हुए थे। कार्यक्रम में जिले के तमाम आला अधिकारी भी मौजूद थे. लेकिन बीजेपी के जिलाध्यक्ष दिवाकर सिंह का आरोप है कि उन्हें इस कार्यक्रम की ही कोई सूचना नहीं दी गई और न ही बैनर पोस्टर में उनका नाम और प्रखंड स्तर के बीजेपी कार्यकर्ता का नाम दिया गया।

इस लिए बीजेपी नेता हुए नाराज…


बीजेपी के जिलाध्यक्ष का कहना है कि उद्घाटन वाले बैनर पर सिर्फ जदयू के जिलाध्यक्ष और प्रखंड अध्यक्ष का नाम दिया गया है जबकि बीजेपी के जिलाध्यक्ष और अन्य कार्यकर्ताओं का नाम नहीं दिया गया।

NDA को हमलोग मजबूत बनाते रहे हैं…


बीजेपी के जिलाध्यक्ष ने मंत्री रत्नेश सादा पर आरोप लगाते हुए कहा की हम बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी, उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा जी, सम्राट चौधरी जी को धन्यवाद देते हैं कि जिन्होंने सोनवर्षा राज प्रखंड में निबंधन कार्यालय खोलने का काम किए, लेकिन निबंधन कार्यालय के उद्घाटन के मौके पर जिस तरह से बैनर पर जदयू के जिलाध्यक्ष और प्रखंड अध्यक्ष का नाम दिया गया जबकि हमलोगों की पार्टी भी बूथ स्तर तक वहां मजबूत है और NDA को हमलोग मजबूत बनाते रहे हैं।

कार्यकर्ताओं में काफी रोष…


बीजेपी के जिलाध्यक्ष ने कहा कि हमलोगों का लक्ष्य है कि 2025 फिर से नीतीश आए लेकिन जिस तरह से बैनर पर बीजेपी के पार्टी कार्यकर्ताओं का नाम नहीं है इससे पार्टी कार्यकर्ताओं में काफी रोष है, प्रखंड स्तर के कार्यकर्ताओं ने हमसे इसकी शिकायत की जो काफी गम्भीर विषय हैं।