हरियाणा के कैथल जिले में पंजाब की सीमा के निकट स्थित अजीमगढ़ चौंकी पर बब्बर खालसा(Babar Khalsa) ग्रुप द्वारा हैंड ग्रेनेड से हमला किया गया है. यह विस्फोट रविवार, 6 अप्रैल की सुबह हुआ. प्रारंभ में पुलिस के पास इस मामले में कोई ठोस सबूत नहीं थे, लेकिन अब जांच के दौरान हमले की पुष्टि हो गई है.

राख के सैंपल FSL के लिए भेजे गए

कैथल पुलिस ने दो व्यक्तियों के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की है. हमले के बाद चौंकी में तैनात किसी भी पुलिसकर्मी को कोई हानि नहीं पहुंची है. धमाके के बाद चौंकी में फैली हुई राख इस बात का संकेत दे रही है कि यहां एक विस्फोट हुआ था. विस्फोट की तीव्रता कम होने के कारण चौंकी को कोई गंभीर नुकसान नहीं हुआ है. विस्फोटक की जांच के लिए पंजाब और हरियाणा पुलिस की टीमों ने राख के नमूने लेकर FSL के लिए भेज दिए हैं.

हमले की जिम्मेदारी बब्बर खालसा ने ली

बब्बर खालसा ग्रुप ने हाल ही में एक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से जिनगढ़ चौकी (हरियाणा) में हुए ग्रेनेड हमले की जिम्मेदारी स्वीकार की है. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस प्रकार के हमलों को किसी भी स्थिति में सहन नहीं किया जाएगा और इन अत्याचारियों को उचित जवाब दिया जाएगा. उनका यह भी कहना है कि सिखों को अपनी गुलामी का अनुभव करना चाहिए, क्योंकि इसके लिए कोई अन्य शब्द नहीं हैं. इसके अलावा, उन्होंने यह घोषणा की कि दिल्ली मजबूत होगी और सिख समुदाय एकजुट होकर आगे बढ़ेगा, जल्द ही उनसे मिलने का आह्वान किया गया है.