26/11 मुंबई में हुए आतंकी हमले को 17 वर्ष बीत जाने के बाद, मुख्य आरोपियों में से एक तहव्वुर राण(Tahawwur Rana)को अमेरिका से भारत लाया गया है. राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) को राणा की 18 दिन की हिरासत मिली है, और वे उसकी पूछताछ कर रहे हैं. रिपोर्टों के अनुसार, तहव्वुर राणा ने मुंबई में हमले से पहले दुबई में एक व्यक्ति से मुलाकात की थी, जिसमें उसे हमले की योजना के बारे में जानकारी दी गई थी. NIA का मानना है कि राणा से पूछताछ के परिणामस्वरूप मुंबई आतंकी हमले के दुबई कनेक्शन का भी खुलासा हो सकता है.

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मुंबई हमले से पूर्व रेकी करने वाले साजिशकर्ता डेविड कोलमैन हेडली की सहायता करने वाला तहव्वुर राणा, जो पाकिस्तानी मूल का कनाडाई व्यवसायी है, की गतिविधियों की जांच की जा रही है. अब यह जानना आवश्यक है कि तहव्वुर राणा ने दुबई में किस व्यक्ति से संपर्क किया था. अमेरिकी एजेंसियों द्वारा प्रदान किए गए दस्तावेजों के अनुसार, उस दुबई निवासी को हमले की पूरी जानकारी थी और उसे यह भी पता था कि किसे किस कार्य में लगाया गया है.

एनआईए के सूत्रों के अनुसार, दाऊद गिलानी, जिसे हेडली के नाम से जाना जाता है, ने तहव्वुर राणा को 2008 में भारत की यात्रा न करने की चेतावनी दी थी. इसके बाद, हेडली ने तहव्वुर राणा को दुबई में एक व्यक्ति से मिलवाया, जो हमले की पूरी जानकारी रखता था. एनआईए यह जानने का प्रयास कर रही है कि क्या वह व्यक्ति इंटर सर्विस इंटेलिजेंस, जो पाकिस्तानी सेना की खुफिया एजेंसी है, से भी संबंधित था.

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एनआईए ने इस व्यक्ति की पहचान को गोपनीय रखा है. राणा ने अमेरिका में पूछताछ के दौरान इस व्यक्ति के बारे में जानकारी दी थी, और अब अमेरिका की सभी रिपोर्ट भारत के पास उपलब्ध हैं. इसके अतिरिक्त, राणा के नाम पर मुंबई में एक कार्यालय था, जिसकी लीज 2008 के बाद से नवीनीकरण नहीं की गई. सूत्रों के अनुसार, हेडली इस कार्यालय का उपयोग मुंबई में रेकी के लिए करता था. लश्कर ने 2005 में ही हेडली को भारत भेजने की योजना बनाई थी, जिसकी जानकारी उसने तहव्वुर राणा को दी थी. हेडली ने राणा के व्यवसाय का सहारा लेकर इस साजिश को अंजाम देने की योजना बनाई थी.

हेडली अमेरिका के पासपोर्ट पर भारत आया. वह एलीट बनकर संवेदनशील स्थलों की वीडियो बनाकर पाकिस्तान में मौजूद आतंकियों को भेजता था. 13 से 21 नवंबर के बीच तहव्वुर राणा ने विभिन्न शहरों का दौरा किया, जिसमें उसकी पत्नी मरराज राणा अख्तर भी शामिल थी. उन्होंने हापुड़, आगरा, दिल्ली, कोच्चि, अहमदाबाद और मुंबई का दौरा किया. एनआईए यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या आतंकियों ने अन्य शहरों को भी निशाना बनाने की योजना बनाई थी.