Ukraine Will Be Divided In Two Parts: रूस और यूक्रेन युद्ध को खत्म कराने की चर्चा के बीच बड़ी खबर सामने आई है। यूक्रेन के टुकड़े-टुकड़े होंगे। जी हां.. यूक्रेन दो हिस्सों में बंट सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के दूत जनरल कीथ केलॉग (keith kellogg) ने रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) को यूक्रेन को यूरोप और रूस में बंटवारा करने का ऑफर दिया है।

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दरअसल पिछले हफ्ते रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी तरफ से एक वार्ताकार को वॉशिंगटन भेजा था। रूसी वार्ताकार ने ट्रंप प्रशासन के साथ डिनर में हिस्सा लिया था और यूक्रेन-रूस में शांति पर चर्चा की थी। इस डिनर के 48 घंटे से भी कम समय बाद बड़ी जानकारी निकलकर सामने आई है।

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 डोनाल्ड ट्रंप के दूत जनरल कीथ केलॉग ने सुझाव दिया है कि यूक्रेन को शांति योजना के तहत ‘द्वितीय विश्व युद्ध के बाद के बर्लिन’ की तरह बांटा जा सकता है। जनरल कीथ केलॉग ने कहा कि ब्रिटेन और फ्रांस पश्चिमी यूक्रेन में नियंत्रण संभाल सकते हैं, जिससे रूस की आक्रामकता को रोका जा सके। इसका मतलब यह होगा कि यूक्रेन का लगभग 20 प्रतिशत पूर्वी हिस्सा, जिस पर रूस ने पहले ही कब्जा कर लिया है, पुतिन के नियंत्रण में रहेगा। यूक्रेन और रूस के बीच एक 18 मील चौड़ा ‘डिमिलिटराइज्ड जोन’ (DMZ) बनाया जाएगा, जिसके पीछे यूक्रेनी सेना तैनात रहेगी।

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‘चार पूर्वी यूक्रेनी क्षेत्रों को रूस को सौंप दिया जाए’

विटकॉफ ने कहा, यूक्रेन में युद्धविराम का सबसे सटीक रास्ता यह है कि रूस को 2022 में अवैध रूप से कब्जाने की कोशिश किए गए चार पूर्वी यूक्रेनी क्षेत्रों की मालिकाना जिम्मेदारी दे दी जाए। दो अमेरिकी अधिकारियों और स्थिति से परिचित पांच लोगों ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने युद्धविराम कराने का यह सबसे तेज तरीका बताया है। यह वही पॉइंट है, जिसे विटकॉफ पहले भी उठा चुके हैं। हाल ही में एक पॉडकास्ट इंटरव्यू में भी उन्होंने यही बात दोहराई थी। हालांकि, कीव (यूक्रेन) इस प्रस्ताव को पहले ही खारिज कर चुका है। कुछ अमेरिकी और यूरोपीय अधिकारी भी इसे रूस की अत्यधिक मांग मानते हैं।

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पुतिन से मिलने रूस पहुंचे विटकॉफ

फिलहाल, यह बैठक बिना किसी निर्णय के समाप्त हो गई। यानी यह तय नहीं हो पाया कि अमेरिका अपनी रणनीति में बदलाव करेगा या नहीं। वहीं, विटकॉफ शुक्रवार को पुतिन से मिलने के लिए रूस पहुंच गए। उन्होंने सेंट पीटर्सबर्ग में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। बताते चलें कि यूक्रेन और रूस के बीच गतिरोध समाप्त करने को लेकर ट्रंप प्रशासन के भीतर मतभेद बढ़ते जा रहे हैं। विटकॉफ और केलीग के बीच रणनीति को लेकर गहरे मतभेद हैं। अमेरिकी अधिकारियों और इससे जुड़े लोगों और प्रशासन के संपर्क में रहने वाले चार पश्चिमी राजनयिक भी मतभेद की बात स्वीकारते हैं।

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जानें क्या होगी रूस-यूक्रेन की सीमा?

जनरल केलॉग ने कहा कि ब्रिटेन और फ्रांस की सेनाएं डीनिप्रो नदी के पश्चिम में तैनात होंगी, जो एक प्राकृतिक और बड़ी सीमा रेखा है। उन्होंने साफ किया कि अमेरिका इस योजना के तहत अपने सैनिक यूक्रेन में नहीं भेजेगा। उन्होंने बताया कि रूस और यूक्रेन के बीच जो 18 मील चौड़ा “डिमिलिटराइज्ड जोन” (DMZ) बनाया जाएगा, उसकी निगरानी करना आसान होगा और यह मौजूदा सीमा रेखा के साथ होगा। हालांकि पिछले महीने रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा था कि क्रेमलिन किसी भी हाल में नाटो देशों की शांति सेना को स्वीकार नहीं करेगा।

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