रायपुर. रायपुर में हुए एक कार्यक्रम में प्रख्यात अर्थशास्त्री और पत्रकार प्रांजय गुहा ठाकुरता ने कहा है कि बेसिक इनकम को देश की कई समस्याओं का समाधान बताया. ठाकुरता ने रायपुर में रविशंकर विवि के अर्थशास्त्र विभाग के एक कार्यक्रम में कहा कि न सिर्फ इससे गरीबी हटेगी, बल्कि अमीरी और गरीबी की खाई जिस तरह से बढ़ती जा रही है, उसे कम करने में मदद मिलेगी.
ठाकुरता ने कहा कि प्राकृतिक संसाधन से धनी क्षेत्रों में रहने वाले लोग सबसे गरीब हैं. इसका सबसे ज़्यादा फायदा इन क्षेत्र के गरीबों को होगा. उन्होंने कहा कि गरीबी जिस इलाके में सबसे ज़्यादा है. उसी इलाके में खनिज है. उसी इलाके में नक्सलवाद है. अगर गरीबी यहां कम होगी तो नक्सलवाद भी कमज़ोर होगा.
उन्होंने कहा कि जितने भी अर्थशास्त्री हैं, उनका कहना है कि नोटबन्दी का असर सबसे गरीबो पर पड़ा है. उन्होंने कहा कि सरकार ने बेरोज़गारी का आंकड़ा देना बंद कर दिया है. सरकार ने किसानों की आत्महत्या का आंकड़ा देना भी बंद कर दिया है. उन्होंने कहा कि देश के किसानों के हालात नहीं बदलेंगे तब तक हालात नहीं सुधरेंगे.
समाजवाद और पूंजीवाद व्यवस्था पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि चीन क्या साम्यवादी देश है या यूरोप के जो देश जो समाज के लिए बड़ी राशि खर्च करते हैं, वे पूंजीवादी देश हैं. दुनिया इस परिभाषा से आगे निकल चुकी है.
उन्होंने कहा कि देश में दुनिया के 26 साल से कम आबादी वाला सबसे बड़ी जनसंख्या रहती है. 5 से 7 साल बाद भारत दुनिया का सबसे बड़ी आबादी वाला देश बन जाएगा.