केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच “आयुष्मान आरोग्य मंदिर” खोलने और स्वास्थ्य ढांचे को सुदृढ़ करने के लिए “आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन (ABHIM)” पर भी समझौता हुआ. डॉ. पंकज सिंह ने बताया कि दिल्ली में अब तक 1 लाख 75 हजार से अधिक परिवार “आयुष्मान भारत योजना” का लाभ उठा चुके हैं और उन्हें E-कार्ड भी जारी किए जा चुके हैं. सरकार की योजना है कि अगले सप्ताह प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में लाभार्थियों को कार्ड वितरित किए जाएँगे, ताकि योजना का लाभ आम जनता तक शीघ्र पहुंच सके.
सरकार “आयुष्मान आरोग्य मंदिर” की स्थापना के लिए तेजी से प्रयास कर रही है. डॉ. सिंह ने जानकारी दी कि अगले 20 से 25 दिनों में दिल्ली में 70 आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्थापित किए जाएंगे. इसके अलावा, सरकार का उद्देश्य है कि अगले एक वर्ष में कुल 1139 आयुष्मान आरोग्य मंदिर तैयार हो जाएं. उनका मानना है कि यदि प्राथमिक उपचार की सुविधा स्थानीय स्तर पर प्रभावी ढंग से उपलब्ध हो जाए, तो लगभग 50 फीसदी मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी. इन मंदिरों में विभिन्न प्रकार की प्राथमिक चिकित्सा, योग्य चिकित्सक, भर्ती के लिए बिस्तर, जांच की सुविधाएं और निःशुल्क दवाएं प्रदान की जाएंगी. इससे दिल्ली के निवासियों को न केवल स्वास्थ्य लाभ मिलेगा, बल्कि वे यह भी जान सकेंगे कि आयुष्मान औषधालय मोहल्ला क्लिनिक की तुलना में यह सेवा किस प्रकार अधिक प्रभावी है.
डॉ. पंकज सिंह ने मोहल्ला क्लिनिक के संबंध में एक स्पष्ट दृष्टिकोण प्रस्तुत किया. उन्होंने स्पष्ट किया कि वे किराए के भवनों में संचालित मोहल्ला क्लिनिक के खिलाफ हैं. इसके अलावा, उन्होंने पोर्टा कैबिन में स्थापित मोहल्ला क्लिनिक को ‘टीन के डब्बे’ बताते हुए उन्हें पूरी तरह से ‘यूज़लेस’ करार दिया. उनका कहना था कि इन पोर्टा कैबिन क्लिनिक्स को आयुष्मान आरोग्य मंदिर में परिवर्तित नहीं किया जा सकता, क्योंकि इन मंदिरों में केवल उपचार नहीं, बल्कि भर्ती और जांच की सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी. इस संदर्भ में, उन्होंने संकेत दिया कि सरकार जल्द ही इन अस्थायी क्लिनिक्स को बंद करने का निर्णय लेगी. इसके स्थान पर, दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड की इमारतों और बारात घरों को आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में परिवर्तित किया जाएगा, और इस दिशा में सरकार तेजी से कार्य कर रही है.
दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों और बिस्तरों की कमी पर डॉ. पंकज सिंह ने गहराई से चर्चा की. उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी की सरकार के समय दिल्ली के अस्पतालों में डॉक्टरों और नर्सों की कमी 21 प्रतिशत थी, जबकि उनकी डेढ़ महीने पुरानी सरकार ने इसे घटाकर 16 प्रतिशत कर दिया है. सरकार का उद्देश्य है कि अगले कुछ महीनों में इस कमी को पूरी तरह समाप्त किया जाए, जिसके लिए निरंतर डॉक्टरों और नर्सों की नियुक्तियाँ की जा रही हैं.
ABHIM मिशन के तहत केंद्र सरकार के सहयोग से दिल्ली के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत किया जा रहा है. केंद्र सरकार ने 2400 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की है, जिससे अधूरे अस्पतालों का निर्माण तेजी से पूरा किया जा सके. डॉ. पंकज सिंह ने बताया कि पूर्व सरकार के कार्यकाल में कई अस्पतालों का निर्माण 2022 तक पूरा होना था, लेकिन वे अधूरे रह गए. उदाहरण के लिए, इंदिरा गांधी अस्पताल को 2022 में चालू होना था, लेकिन अब तक यह शुरू नहीं हो पाया है. पूर्व सरकार ने दावा किया था कि दिल्ली में 10 हजार नए बेड जोड़े जाएंगे, जबकि वास्तविकता में केवल 1322 बेड ही बढ़ाए गए. उन्होंने कहा कि उस समय की सरकार केवल ‘शीशमहल’ बनाने में व्यस्त थी, जबकि उनकी सरकार का स्पष्ट उद्देश्य है कि एक वर्ष के भीतर दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं को इस तरह से विकसित किया जाए कि हर नागरिक को यह अनुभव हो कि वह देश की राजधानी में निवास कर रहा है.
डॉ. सिंह ने स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता और गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिए अस्पतालों का निरीक्षण किया, जिसमें उन्हें कई स्थानों पर एक्सपायर्ड दवाइयाँ और ब्लैकलिस्टेड कंपनियों को दिए गए टेंडर मिले. उन्होंने बताया कि इन सभी समस्याओं का समाधान कर दिया गया है. इसके अलावा, डॉ. सिंह ने यह भी बताया कि सरकार के कार्यकाल में बंद किए गए जच्चा-बच्चा केंद्रों को पुनः खोला जा रहा है और उन्हें पूरी तरह से नवीनीकरण किया जा रहा है, ताकि मातृ और शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सके.
दिल्ली सरकार स्वास्थ्य और परिवहन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण परिवर्तन की दिशा में बढ़ रही है. डॉ. पंकज सिंह के अनुसार, यह परिवर्तन केवल योजनाओं तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसका प्रभाव जल्द ही वास्तविकता में दिखाई देगा.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक