हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में बीते कुछ समय से जनसुनवाई में अजीबोगरीब और हैरान कर देने वाले मामले सामने आ रहे हैं। इसी बीच एक बार फिर इंदौर कलेक्टर कार्यालय (Indore Collector Office) में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब जनसुनवाई में पहुंचे एक दिव्यांग युवक ने खुद पर पेट्रोल (Attempted Suicide) डालकर आत्महत्या का प्रयास किया। मामले में युवक ने पुलिस पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं।

शरबत जिहाद पर सियासतः दिग्विजय बोले- शरबत बेचने बाबा रामदेव हिंदू-मुस्लिम कर रहे, IT एक्ट के तहत FIR दर्ज होना चाहिए, डबल इंजन की सरकार में अल्पसंख्यक ज्यादा परेशान

जानिए पूरा मामला

जानकारी के अनुसार, खजराना थाना क्षेत्र निवासी समीर नामक दिव्यांग युवक पिछले दो साल से पुलिस और कलेक्टर कार्यालय के चक्कर काट रहा है। युवक का आरोप है कि उसने इन्वेस्टमेंट के नाम पर जावेद हुसैन को 9 लाख रुपए दिए थे, लेकिन न तो उसे कोई प्रॉफिट मिला और न ही उसकी रकम वापस की गई।

‘भाजपा के राज में दलित सुरक्षित नहीं’, कमलनाथ ने मुरैना में युवक की मौत पर सरकार को घेरा, अंबेडकर जयंती में हुआ था विवाद 

समीर का कहना है कि, उसने कई बार शिकायत की। लेकिन पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। इससे परेशान होकर उसने कलेक्टर जनसुनवाई के दौरान आत्महत्या करने की कोशिश की। जैसे ही युवक ने आग लगाई तभी अधिकारियों ने युवक को बचा लिया। जिससे एक बड़ी घटना होते-होते टल गई। फिलहाल अब मामले की जांच की जा रही है।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H