सुरेंद्र रामटेके, बालोद– दंतेवाड़ा के नकुलनार में हुए नक्सली हमले में बालोद जिले के ग्राम नर्रा निवासी छगन कुलदीप शहीद हो गया. बुधवार को कुलदीप का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा ग्रृह ग्राम पहुंचा.

गांव में पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए ग्रामीणों की भीड़ लगी रही. पूरा गांव शोक की लहर में डुबा हुआ था. सभी ने पुष्प अर्पित कर शहीद जवान को श्रद्धांजली दी. इसके बाद गॉड ऑफ ऑनर दिया गया. अंतिम दर्शन के लिए पार्थिव देह घर ले जाया गया. परिजनों ने अंतिम बार अपने लाल का दर्जन किया.

परिजनों के आंखों में आंसू थे. लेकिन गर्व भी था कि उन्होंने देश के लिए अपनी जान दी. ग्रामीण भी अपने सपूत के लिए आंसू नहीं रोक पाए. पूरा गांव गमगीन था. गांव में सन्नाटा पसर गया था. बच्चे से लेकर जवान सभी शहीद के घर में अपने सपूत को देखने के लिए उमड़ पड़े थे. अंतिम दर्शन के बाद शहीद का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.

शहीद जवान को राजकीय सम्मान के साथ श्रद्धांजली दी गई. मंत्री अनिला भेड़िया, पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा, प्रीतम साहू, कलेक्टर रानू साहू, पुलिस अधीक्षक एमएल कोटवानी सहित भाजपा और कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे.

18 साल से दंतेवाड़ा में अपनी सेवाएं दे रहा था

छगन कुलदीप (38 वर्ष) दंतेवाड़ा के नक्सली हमले में शहीद हो गए. वे विधायक भीमा मंडावी की सुरक्षा में तैनात थे. ग्राम नर्रा निवासी जवान 18 साल से दंतेवाड़ा में अपनी सेवाएं दे रहा था. वह हवलदार के पद पर पदस्थ था. वे विधायक भीमा मंडावी के पीएसओ की जिम्मेदारी निभा रहे थे.

शहीद छगन कुलदीप