नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी Tata Motors अपनी आगामी SUV Harrier.ev के लिए एक बार फुल चार्ज में लगभग 500 किलोमीटर की वास्तविक रेंज का लक्ष्य लेकर चल रही है. यह जानकारी Tata Passenger Electric Mobility के चीफ कमर्शियल ऑफिसर विवेक श्रीवास्तव ने दी.
Harrier.ev में क्या होगा खास?
Harrier.ev, Tata के नए acti.ev+ प्लेटफॉर्म पर आधारित है. इसमें मिलेगा क्वॉड-व्हील-ड्राइव डुअल मोटर सेटअप, जो 500Nm पीक टॉर्क जनरेट करेगा.
यह Tata की पहली EV होगी जो लगभग 500 किमी की ‘रियल-वर्ल्ड रेंज’ देने का दावा कर रही है – यानी Modified Indian Drive Cycle (MIDC) से हटकर असली परिस्थितियों में इस्तेमाल के हिसाब से.
Tata की मौजूदा EV रेंज:
मॉडल रियल-वर्ल्ड रेंज (किमी)
Curvv.ev 425
Nexon.ev 375
Harrier.ev ~500 (लक्ष्यित)
Tiago.ev, Tigor.ev, Punch.ev जैसे किफायती मॉडल पहले से बाजार में उपलब्ध हैं, वहीं Sierra.ev भी FY26 में लॉन्च होगी.
बिक्री में गिरावट, लेकिन आत्मविश्वास कायम
FY25 में Tata की EV बिक्री 57,616 यूनिट रही, जो FY24 के मुकाबले 10.71% कम है. मार्केट शेयर भी घटकर 70.52% से 53.52% पर आ गया है. इसकी वजह है Mahindra, JSW MG Motor जैसे नए OEMs की एंट्री.
लेकिन श्रीवास्तव का दावा है कि नए खिलाड़ियों के आने से शेयर जरूर बंटेगा, लेकिन हमारी समझ और विविध पोर्टफोलियो हमें लीडर बनाए रखेगा.
Tata की EV रणनीति
Tata EVs की कीमत ₹8 लाख से ₹22 लाख के बीच है. कंपनी के अनुसार, उनकी गाड़ियां भारतीय ग्राहकों की जरूरतों के हिसाब से डिजाइन की गई हैं, जबकि दूसरी कंपनियों के EVs विदेशी मॉडल्स का रीपैक हैं. Tata अब तक 2 लाख से अधिक EVs बेच चुकी है. उत्पादन इकाइयां: पुणे, रंजनगांव, साणंद.
चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर पर फोकस
Tata ने इस साल Open Collaboration 2.0 की शुरुआत की है, जिसका मकसद 2027 तक चार्जिंग प्वाइंट्स को 4 लाख तक पहुंचाना है. इसमें प्राइवेट CPOs और OMCs की भागीदारी जरूरी मानी गई है.
श्रीवास्तव ने कहा कि भारत में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर एक चिकन एंड एग समस्या है – जैसे-जैसे EV बढ़ेंगे, वैसे-वैसे चार्जिंग प्वाइंट्स भी.
Harrier.ev के साथ Tata न सिर्फ परफॉर्मेंस और रेंज में नया बेंचमार्क सेट करना चाहती है, बल्कि भारतीय ग्राहकों की जरूरतों के हिसाब से एक ऑल-राउंड प्रीमियम EV अनुभव देने की दिशा में बढ़ रही है.