कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। सरकारी स्कूलों में बदहाली की यूं तो बहुत सी तस्वीरें सामने आती रही है। लेकिन बदहाली के बीच जब बिजली भी गुल हो तो क्या हालात होंगे ? देश का भविष्य अंधकार में ही नजर आएगा। जी हां… मध्यप्रदेश के ग्वालियर चंबल अंचल में सिस्टम पर सवाल खड़े करने वाला बड़ा मामला सामने आया है। तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच चुका हो और इस बीच अंचल के 300 से ज्यादा सरकारी स्कूलों में बिजली का कनेक्शन ही नहीं है। अकेले ग्वालियर जिले में ही 89 स्कूलों में बिजली का कनेक्शन नहीं है। हैरानी तब और ज्यादा बढ़ जाती है जब इनमें ऐसे सरकारी स्कूल भी सामने आए है, जिनमें 12 से 21 साल का वक्त गुजरने के बाद भी बिजली कनेक्शन नहीं हुआ है।
सबसे पहले बात करते है 53 छात्रों की संख्या वाले ग्वालियर जिले के गोल पहाड़िया इलाके के आदिवासी पुरा स्थित प्राइमरी स्कूल की। जहां एक हाथ में अपना भविष्य संवारने के लिए पैंसिल थामे और दूसरे हाथ से अपनी नोटबुक-किताब के जरिए हवा करते हुए यह सभी छात्र-छात्राएं मजबूर हैं। जो आदिवासी पूरा स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने आते हैं। स्कूल की बिल्डिंग 21 साल पहले बनी थी, लेकिन हैरानी तब होती है जब 21 साल बाद भी यहां पर बिजली का कनेक्शन नहीं है।
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बिजली पानी के चलते कम छात्र पहुंच रहे स्कूल
यही वजह है कि 40 डिग्री के ऊपर इस तापमान में मासूम छात्र-छात्राएं गर्मी से बेहाल नजर आ रहे हैं। छात्र-छात्राओं ने अपना दर्द सुनाते हुए कहा कि भीषण गर्मी के बीच स्कूल में पंखे नहीं है, क्योंकि बिजली का कनेक्शन आज तक नहीं हुआ है। पीने के लिए पानी भी दूर से मंगाया जाता है। जब पानी खत्म हो जाता है तो वह पीने के लिए नहीं मिल पाता। इन हालातों में पढ़ना मुश्किल होता है और बहुत से साथी छात्र स्कूल आना भी कम हो गए हैं।
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यहां 12 साल से बिजली का का इंतजार
दूसरी तस्वीर बघेलों का पूरा स्थित शासकीय शरणार्थी गोरखी मिडिल स्कूल की है। जहां 54 छात्रों की संख्या वाले इस सरकारी स्कूल में साफ सुथरे क्लास रूम, बैठने के लिए अच्छी बेंच है, लेकिन छात्र गिनकर सिर्फ 07 नजर आये। छात्रों की इतनी कम संख्या के पीछे मुख्य वजह स्कूल में 12 साल से बिजली कनेक्शन का ना होना है। पथरीली पहाड़ी के ऊपर बने इस स्कूल के एरिया का टेंपरेचर शहरी क्षेत्र से दो डिग्री ज्यादा ही रहता है। छात्रों ने बताया कि बिना बिजली के गर्मी के मौसम में बहुत परेशानी आती है पढ़ाई में भी मन नहीं लगता है। स्कूल शिक्षिकाओं ने भी कहा कि भीषण गर्मी के बीच छात्रों को इतनी गर्मी के बीच पढ़ाना बहुत कठिन होता है।

अधिकारियों ने कही ये बात
स्कूल शिक्षा विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर दीपक पांडे से इस गंभीर मामले पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि ग्वालियर जिले के 89 स्कूलों के साथ ही अंचल के अन्य सरकारी स्कूलों की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। जहां बिजली कनेक्शन नहीं है। ज्यादातर मामलों में एक जैसी परेशानी सामने आई है। स्कूल से बिजली ट्रांसफार्मर की या तो दूरी ज्यादा है या फिर स्कूल तक बिजली पोल नहीं लगे हैं। ऐसे हालत में शासन को रिपोर्ट भेजी जा रही है। फंड आते ही सबसे पहले स्कूलों में बिजली कनेक्शन का काम पूरा किया जाएगा। देश के भविष्य यानी स्कूली छात्र-छात्राओं को हर रोज इस पीड़ा से सामना करना पड़ता है। ऐसे में जिम्मेदार अधिकारियों के सामने उठाए गए, सवालों के बाद उम्मीद है कि जल्द ही ग्वालियर सहित अंचल के सरकारी स्कूलों में बिजली का कनेक्शन हो सकेगा।

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