दिल्ली सरकार राजधानी में पानी की चोरी की समस्या से निपटने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है. रविवार (20 अप्रैल) को बुराड़ी के निरंकारी मैदान से 1,111 GPS से लैस पानी के टैंकरों को रवाना किया जाएगा, जिनकी निगरानी सीधे कमांड सेंटर द्वारा की जाएगी. इस पहल का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में समय पर पानी की आपूर्ति को सुनिश्चित करना है.
दिल्ली को जल संकट से मुक्त करने की दिशा में रविवार, 20 अप्रैल 2025 को सुबह 10 बजे मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता एवं मंत्री प्रवेश साहिब सिंह 1,111 जल टैंकर सेवा का शुभारंभ करेंगे. सभी टैंकरों में GPS लगा होगा जिससे हर टैंकर की निगरानी कमांड सेंटर से होगी और पारदर्शिता और समयबद्ध आपूर्ति सुनिश्चित होगी.
दिल्ली सरकार के अनुसार, ये टैंकर उन क्षेत्रों, बस्तियों और कॉलोनियों में भेजे जाएंगे जहां पानी की गंभीर कमी है या जहां पाइपलाइन की सुविधा उपलब्ध नहीं है. टैंकरों में लगे GPS सिस्टम के माध्यम से उनकी स्थिति, गति और वितरण समय की निगरानी दिल्ली सरकार के जल मंत्रालय के कमांड सेंटर द्वारा की जाएगी.
कोई भी नागरिक पानी से वंचित न रहे
जल मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘हर घर तक समय पर पानी’ के लक्ष्य को पूरा करने के लिए हम पूरी मेहनत से प्रयासरत हैं. दिल्ली को जल संकट से मुक्त करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता अडिग है. GPS से लैस टैंकर पारदर्शिता, समयबद्धता और जवाबदेही का प्रतीक हैं. हमारा दृढ़ संकल्प है कि कोई भी नागरिक पानी की कमी का सामना न करे.
जल मंत्री ने जानकारी दी कि टैंकरों की गतिविधियों की निगरानी के लिए एक उन्नत कमांड सेंटर स्थापित किया गया है, जिससे प्रत्येक टैंकर की गतिविधियों पर वास्तविक समय में ध्यान रखा जाएगा. इसके साथ ही, जल वितरण प्रणाली में सुधार लाने के लिए जल चोरी, बर्बादी और अनियमितताओं पर सख्त निगरानी भी की जा रही है.
‘आधुनिक और पारदर्शी बनाया जा रहा है जल आपूर्ति प्रणाली को’
यह योजना दिल्ली जल मंत्रालय की एक व्यापक रणनीति का हिस्सा है, जिसके अंतर्गत राजधानी की जल आपूर्ति प्रणाली को आधुनिक और पारदर्शी बनाया जा रहा है. GPS टैंकरों की यह पहल पानी के वितरण को बेहतर बनाने के साथ-साथ पूरे सिस्टम में जवाबदेही को भी सुनिश्चित करेगी.
जल संकट से प्रभावित क्षेत्रों में टैंकर भेजा जाएगा. ये टैंकर उन स्थानों पर भेजे जाएंगे जहां जल संकट की स्थिति अत्यंत गंभीर है या जहां पाइपलाइन के माध्यम से जल आपूर्ति संभव नहीं है. प्रत्येक टैंकर में उन्नत जीपीएस प्रणाली स्थापित की गई है, जिससे उनकी वास्तविक समय में निगरानी की जा सकेगी. इसके लिए एक अत्याधुनिक कमांड सेंटर की स्थापना की गई है, जो यह सुनिश्चित करेगा कि पानी समय पर और सही स्थान पर पारदर्शिता के साथ पहुंच सके.
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