हरिओम श्रीवास, मस्तूरी– साहब मेरा प्रधानमंत्री आवास योजना का घर बनवा दीजिए. ठेकेदार पैसा निकालकर मनमानी कर रहा है. हम बेहद गरीब है. मकान तोड़ दिए है. मजबूरी में हम दूसरे के घर में रह रहे हैं. यह फरियाद मस्तूरी ब्लॉक के ग्राम पंचायत मोहतरा के चौकी बाई ने लगाई है. चौकी बाई ने अधिकारियों को बताया कि ठेकेदार टीआर जोशी ने प्रधानमंत्री आवास योजना का पैसा ही नहीं दिया है और न ही मकान का काम शुरू किया, लेकिन बैंक से आवास की क़िस्त निकले दो साल बीत गए. कई बार ठेकेदार से बोलने पर टालमटोल कर रहा है.

अब मुझे जिला पंचायत ने भी नोटिस थमाया दिया है. नोटिस में कहा कि आवास निर्माण नहीं हुआ है, इसलिए राशि शासन को लौटा दिया जाए, जबकि ठेकेदार ने राशि निकाल लिया है. अब जनपद के चक्कर काट रही हूं. इसके बावजूद जनपद के आवास शाखा के आला अधिकारी अंजान बने हुए हैं.

बता दें कि पीएम आवास निर्माण देखरेख के लिए जिला पंचायत में एक तकनीकी सहायिका रखी गई हैं लेकिन वह सिर्फ कार्यालय में बैठकर अपना सारा काम करती हैं. फील्ड में नजर नहीं आती. ऐसे में लोगों की परेशानी कैसे दूर होगी.

हितग्रही चौकी बाई का कहना है कि ठेकेदार ने घटिया ईंट और कुछ सामग्री दिया था जो उपयोग करने लायक नहीं था. वह अभी भी पड़ा हुआ है. मुझसे सहमति पत्र में दस्तखत करवाकर 41 हजार रुपये निकाल लिया और अब तक कार्य शुरू नहीं हुआ है. मोहतरा से और भी हितग्राही नर्मदा बाई, नोनी बाई, गोरे सोनवानी का आवास भी अधूरा हैं.

जनपद सीईओ अजय पटेल का कहना है कि आवास योजना का लाभ हितग्रहियों को मिल रहा है और योजना का राशि जारी किया जाता है, जिसके लिए हितग्राही ही जिम्मेदार होते हैं लेकिन कुछ हितग्राही ठेका में ठेकेदारों से निर्माण करवा रहे हैं. चौकी बाई का आवास दो वर्ष हो गया है. वह निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं किया है जिस कारण जिला पंचायत से नोटिस तामील हुआ है और यदि निर्माण कार्य नहीं करता है तो राशि शासन को वापस करना पड़ेगा. हितग्राही ने जानकारी दी है कि ठेकेदार टीआर जोशी ने राशि सहमति पत्र में दस्तखत करवाकर निकाल लिया जिस पर कार्रवाई की जाएगी.