Rajasthan News: कोरोना काल के बाद जयपुर में हार्ट अटैक के मामलों में खतरनाक वृद्धि देखी जा रही है. हर आयु वर्ग के लोग, चाहे बच्चे हों, युवा, अधेड़ या बुजुर्ग, अचानक हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं. हाल के दिनों में डांस, खेल, मॉर्निंग वॉक, जिम या दुकान पर बैठे हुए लोगों की हार्ट अटैक से मौत के मामले सामने आए हैं. ताजा घटना में, निम्स मेडिकल कॉलेज के MBBS फाइनल ईयर के छात्र जलद (20) की पढ़ाई के दौरान हार्ट अटैक से मौत हो गई.

20 अप्रैल को चंदवाजी के निम्स मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले जलद को दोपहर में अचानक सीने में दर्द हुआ. अलवर के मेहंदी बाग निवासी जलद हॉस्टल में रहता था. दर्द होने पर उसने खुद दवा ली और आराम करने लगा. कुछ मिनट बाद दर्द तेज होने पर दोस्त उसे अस्पताल ले गए, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. कॉलेज ने परिजनों को सूचित किया और पोस्टमार्टम के बाद शव सौंपा गया. जलद के दोस्त ने बताया कि पहले उसे गैस की शिकायत हुई थी, लेकिन हालत बिगड़ने पर CPR के बावजूद उसे बचाया नहीं जा सका.

जलद की उम्र मात्र 20 वर्ष थी. उसके पिता मनोज शर्मा दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में नर्सिंग ऑफिसर और मां सरकारी शिक्षिका हैं. पढ़ाई में होनहार जलद अपने माता-पिता की इकलौती संतान था और बड़ा डॉक्टर बनना उनका सपना था. रविवार को वह घर जाने वाला था, लेकिन उसकी अचानक मौत ने परिवार को तोड़ दिया. गौरतलब है कि 31 मार्च को भी अलवर के एक अन्य मेडिकल छात्र की कजाकिस्तान में हार्ट अटैक से मौत हुई थी.

चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के बाद हार्ट अटैक के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. युवाओं में भी यह खतरा बढ़ रहा है, जो चिंता का विषय है. विशेषज्ञ तनाव, अनियमित जीवनशैली और समय पर इलाज न मिलने को प्रमुख कारण मान रहे हैं. लोगों से अपील की जा रही है कि सीने में दर्द या असहजता होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें.

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