Delhi Electric Vehicles: दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन को हर क्षेत्र में पहुंचाने और पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकार ने एक महत्वपूर्ण पहल की है. राजधानी में गाजीपुर डिपो से 76 नई इलेक्ट्रिक बसें सड़कों पर दौड़ेगी. इस नई सेवा का नाम ‘DEVI’ (Delhi Electric Vehicle Interchange) रखा गया है.

Earth Hour: दिल्लीवालों से CM रेखा गुप्ता की अपील, आज रात 8 बजे अपने घर, दफ्तर और सार्वजनिक स्थलों की बिजली 5 मिनट के लिए करें बंद

परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इन बसों का मुख्य उद्देश्य मेट्रो स्टेशनों और प्रमुख DTC मार्गों के बीच बेहतर फीडर कनेक्टिविटी प्रदान करना है. प्रत्येक बस लगभग 12 किलोमीटर की यात्रा करेगी, जिससे अंतिम गंतव्य तक पहुंचना आसान होगा.

इलेक्ट्रिक बसें इन मार्गों पर दौड़ेगी

इन इलेक्ट्रिक बसों की सेवाएं विभिन्न मार्गों पर प्रारंभ की जाएंगी. 8 बसें आनंद विहार ISBT से केशव नगर मुक्ति आश्रम के बीच संचालित होंगी, जबकि 6 बसें सीमापुरी से पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन तक चलेंगी. इसके अतिरिक्त, 10 बसें मयूर विहार फेज-3 पेपर मार्केट को मोरी गेट टर्मिनल से जोड़ेंगी.

वक्फ बिल के खिलाफ आज दिल्ली में देशभर से मुस्लिम संगठन के प्रतिनिधि का प्रदर्शन, तालकोटरा स्टेडियम पहुंचे असदुद्दीन ओवैसी

इसके अलावा, आनंद विहार ISBT से स्वरूप नगर तक 8 बसें और हमदर्द नगर से संगम विहार के बीच 6 बसें संचालित की जाएंगी. साथ ही, आनंद विहार से कापसहेड़ा बॉर्डर तक 14 इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी, जो यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण सुविधा प्रदान करेंगी.

दिल्लीवासियों के लिए एक ‘विशेष उपहार’- सिरसा

पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने इस योजना को दिल्ली के निवासियों के लिए एक ‘विशेष उपहार’ के रूप में प्रस्तुत किया. उन्होंने कहा कि यह सेवा दिल्ली को हरित और टिकाऊ परिवहन की ओर अग्रसर करने में एक महत्वपूर्ण कदम है. इस अवसर पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव भी उपस्थित रहेंगे.

‘यह बहुत गंभीर स्थिति, आपको नहीं पता कि…’, बच्चों की तस्करी मामले में सुप्रीम कोर्ट सख्त, दिए सख्त निर्देश

‘DEVI’ योजना जल्द ही नांगलोई और ईस्ट विनोद नगर डिपो से प्रारंभ की जाएगी. यह योजना राजधानी को प्रदूषण रहित और अधिक सुलभ बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है.

क्या है ‘DEVI’?

‘DEVI’ अर्थात् दिल्ली इलेक्ट्रिक व्हीकल इंटरचेंज, दिल्ली सरकार की एक अभिनव योजना है, जिसका मुख्य लक्ष्य मेट्रो स्टेशनों, महत्वपूर्ण बस मार्गों और आवासीय क्षेत्रों के बीच एक हरित और सुगम कनेक्टिविटी नेटवर्क स्थापित करना है. यह प्लेटफॉर्म इलेक्ट्रिक बसों के माध्यम से छोटी दूरी की यात्रा को सरल बनाता है, जिससे यात्रियों को सुविधा प्राप्त होती है और साथ ही प्रदूषण नियंत्रण में भी योगदान मिलता है.