पवन राय, मंडला. जिले में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र पकड़े जाने से प्रशासन में हड़कंप मच गया है. प्रशासन ने बुधवार को पांच दुकानों को सील कर दिया है. अब प्रशासन साइबर सेल के जरिए से जांच करा रहा है कि आखिर फर्जी प्रमाण पत्रों का कहां इस्तेमाल किया गया है. यह मामला बकोरी का है.

दरअसल, कम्प्यूटर सेंटर फर्जी जन्मप्रमाण बनाने की शिकायत एसडीएम कार्यालय में की गई थी. जिसकी जांच की गई तो पता चला कि इस कम्प्यूटर सेंटर के अलावा जिला मुख्यालय के दो और कम्प्यूटर सेंटर में फर्जी वेबसाइट से जन्मप्रमाण के साथ अन्य फर्जी दस्तावेज बना जा रहे थे. मौके पर पहुंची टीम ने पाया कि सिर्फ एक सेंटर से ही 450 फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाए गए हैं.

अपार आईडी के लिए हो सकता है जन्म प्रमाण पत्र

इसके अलावा ये सभी सेंटर एक दूसरे को लोगों की निजी जानकारी भी दे रहे थे. सूत्रों की मानें तो इन फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने के पीछे कुछ माह पहले बन रहे अपार आईडी के लिए हो सकता है. क्योंकि मंडला जिला आदिवासी जिला है. ग्रामीण क्षेत्र के लोग जन्म प्रमाण नहीं बनवाते हैं. नियम सख्त होने के बाद आसानी से जन्म प्रमाण पत्र नहीं बनते हैं.

बारीकी से की जा रही है मामले की जांच

हो सकता है कि इस मामले अपार आइडी के लिए फर्जी दस्तावेज बनाने गए हो. इधर, एसडीएम सोनल सिडाम ने कहा कि इस मामले में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है. बारीकी से जांच की जा रही है. दूसरी तरफ जिनकी दूकाने सील की गई है, वे राजनैतिक दखल वाले हैं. लिहाजा, दुकान बचाने की कवायद शुरू कर दी गई है.

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