जयपुर. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राजस्थान के हनुमानगढ़ और बीकानेर जिलों में मैसर्स चौधरी बिल्डकॉन कंपनी के 10 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की कार्रवाई शुरू की है. यह कार्रवाई पंजाब नेशनल बैंक (PNB) से 25 करोड़ रुपये के लोन की धोखाधड़ी और उसे नहीं चुकाने के मामले में की जा रही है. कंपनी के मालिक अमनदीप चौधरी इस मामले में मुख्य आरोपी हैं. ED की टीमें हनुमानगढ़ में 8 और बीकानेर में 2 ठिकानों पर तलाशी ले रही हैं.

मैसर्स चौधरी बिल्डकॉन ने 25 करोड़ रुपये का लोन लिया था, जिसे वेयरहाउस और अन्य निर्माण कार्यों में निवेश करने के बाद चुकाया नहीं गया. इस मामले में 2021 में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) और विशेष संचालन समूह (SOG) ने भी केस दर्ज किए थे. इसके अलावा, जोधपुर की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने भी इस प्रकरण में मामला दर्ज किया था. ED अब धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत इस मामले की जांच कर रही है.
ED की लगातार कार्रवाई
राजस्थान में ED इस महीने कई बड़े मामलों में सक्रिय रही है. हाल ही में किए गए प्रमुख एक्शन में शामिल हैं:
- जल जीवन मिशन घोटाला: 24 अप्रैल को 980 करोड़ रुपये की अनियमितता के मामले में पूर्व जलदाय मंत्री महेश जोशी को लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया. PMLA विशेष न्यायालय ने जोशी को 4 दिन की ED रिमांड पर भेजा. उनकी अगली पेशी 28 अप्रैल को होगी.
- सहारा प्राइम सिटी लिमिटेड: ED ने कंपनी की 1023 एकड़ जमीन को अस्थायी रूप से अटैच किया, जिसमें बीकानेर में 168.5 एकड़ और सोलापुर में 125.5 एकड़ जमीन शामिल है.
- चिट फंड घोटाला: 15 अप्रैल को पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के जयपुर स्थित आवास पर छापेमारी की गई. यह कार्रवाई PACL चिट फंड घोटाले से जुड़ी थी, जिसमें 28 लाख निवेशकों के 2850 करोड़ रुपये फंसे हैं.