Sanjeev Mukhiya arrested: बिहार पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है. पुलिस ने नीट पेपर लीक कांड के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया को गिरफ्तार कर लिया है. EOU की टीम को बीती रात यह सफलता हासिल मिली है. EOU के ADG नैय्यर हसनैन ख़ान ने इस बात की जानकारी दी है.

बता दें कि 11 महीनों से फरार चल रहे संजीव मुखिया को पटना से गिरफ्तार किया गया है. इस ऑपरेशन के दौरान दानापुर पुलिस ने EOU की टीम का पूरा सहयोग किया. फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है.

पुलिस ने घोषित किया था 3 लाख का इनाम

आपको बता दें कि बिहार पुलिस ने संजीव मुखिया पर 3 लाख का इनाम घोषित किया था. पेपर लीक के आरोपी संजीव मुखिया के साथ ही दो अन्य अपराधियों शुभम कुमार, राजकिशोर कुमार पर भी (1-1 लाख का) इनाम घोषित किया गया था. संजीव की गिरफ्तारी के बाद अब अन्य दो अपराधियों की भी गिरफ्तारी हो सकती है. पुलिस ने इनाम घोषित होने के बाद उसकी गिरफ्तारी को लेकर तलाश तेज कर दी थी.

पेपर लीक मामले में जेल में बंद है बेटा

बता दें कि नालंदा जिले के नगरनौसा थानाक्षेत्र के रहने वाले संजीव मुखिया के खिलाफ कुल 4 मामले दर्ज हैं. वह इन 4 कांडों में फरार चल रहा है. इओयू को मुखिया की लंबे समय से तलाश है. पिछले कई प्रतियोगी परीक्षाओं में उसके प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से शामिल होने की बात आई है.

वह नालंदा के ही नूरसराय वानिकी कालेज में वह तकनीकी सहायक के पद पर तैनात था. पद पर रहते हुए उसने अपने बेटे डा. शिव के साथ मिलकर पेपर लीक और परीक्षा में धांधली का बड़ा नेटवर्क तैयार किया. उसका बेटा सिपाही बहाली पेपर लीक मामले में अभी जेल में बंद है. संजीव मुखिया की पत्नी ममता देवी इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में हरनौत विधानसभा से चुनाव लड़ सकती है.

मुखिया के ठिकानों पर हो चुकी है छापेमारी

गौरतलब है कि संजीव मुखिया के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज करते हुए इओयू की टीम ने उसके घर समेत अन्य संबंधित ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस दौरान बड़ी संख्या में निवेश से लेकर जमीन-जायदाद के कागजात बरामद किये गये थे.

ये भी पढ़ें- JDU Leader Neeraj Kumar : तेजस्वी पर JDU का जोरदार पलटवार, कहा गरुड़ पुराण पढ़ रहे थे क्या?