लंदन। लंदन में शुक्रवार को पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर भारतीय प्रवासियों द्वारा किया जा रहा शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन तब चर्चा का विषय बन गया, जब एक वरिष्ठ पाकिस्तानी सेना अधिकारी को प्रदर्शनकारियों पर गला काटने का इशारा करते हुए वीडियो में कैद किया गया.

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में उच्चायोग में पाकिस्तानी सेना और वायु सलाहकार कर्नल तैमूर राहत को अपना हाथ अपने गले पर रखते हुए दिखाया गया है, जब वे 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निंदा करने के लिए एकत्र हुए प्रदर्शनकारियों को देख रहे थे.

यूके में भारतीय और यहूदी समुदायों के 500 से अधिक सदस्यों ने प्रदर्शन में भाग लिया, भारतीय झंडे लहराए और पाकिस्तान द्वारा आतंकवादी संगठनों को दिए जा रहे समर्थन की तख्तियां थामे हुए थे. प्रदर्शनकारियों ने न्याय और जवाबदेही की मांग करते हुए नारे लगाए और यूके सरकार से कूटनीतिक कार्रवाई करने का आग्रह किया.

प्रदर्शन के आयोजकों में से एक ने कहा, “यह केवल असंवेदनशीलता नहीं है – यह उकसावे की कार्रवाई है. अगर पाकिस्तान आतंकवाद की निंदा नहीं कर सकता, तो वे इसमें भागीदार हैं. आयोजकों ने प्रदर्शन के दौरान जोरदार जश्न मनाने वाला संगीत बजाने के लिए पाकिस्तान उच्चायोग की भी निंदा की, इसे “एक बेतुका और अपमानजनक कृत्य कहा, जिसने घाव पर नमक छिड़कने जैसा काम किया.”

एक भारतीय-यहूदी प्रदर्शनकारी ने कहा, “हम भारत का समर्थन करते हैं क्योंकि हम एक ही दुश्मन का सामना कर रहे हैं: इस्लामी कट्टरपंथ. पहलगाम में जो हुआ, उसने हमें इजरायल पर हमास के हमले की याद दिला दी.”

भारत सरकार ने पहलगाम हमले का जवाब 1960 की सिंधु जल संधि को निलंबित करके, अटारी भूमि सीमा को बंद करके और पाकिस्तानी नागरिकों को 1 मई तक वहां से चले जाने का आदेश देकर दिया है. दोनों पक्षों के उच्चायोगों में राजनयिक कर्मचारियों की संख्या भी कम की जा रही है.