भीलवाड़ा. राजस्थान के भीलवाड़ा में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां कोटा के राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय (आरटीयू) के विवादित एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश कुमार परमार का शव उनके किराए के मकान में टॉयलेट सीट पर पड़ा मिला. गिरीश परमार पर 2022 में छात्राओं और महिला कर्मचारियों के साथ छेड़छाड़ और अश्लीलता के गंभीर आरोप लगे थे, जिसके चलते उन्हें निलंबित कर भीलवाड़ा के माणिक्य लाल वर्मा (एमएलवी) टेक्सटाइल कॉलेज में स्थानांतरित किया गया था. पुलिस ने प्रारंभिक जांच में हार्ट अटैक से मौत की आशंका जताई है.

किराए के मकान में मिला शव
प्रताप नगर थाना प्रभारी सुरजीत कुमार ने बताया कि शुक्रवार को उगम विहार कॉलोनी, शारदा चौराहा में एक किराए के मकान में शव होने की सूचना मिली. पुलिस मौके पर पहुंची और शव की पहचान 52 वर्षीय गिरीश कुमार परमार के रूप में हुई, जो मूल रूप से श्रीगंगानगर के विनोबा बस्ती के निवासी थे. शव टॉयलेट सीट पर पड़ा था और माना जा रहा है कि उनकी मौत एक दिन पहले हार्ट अटैक से हुई. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है.
छात्राओं ने लगाए थे छेड़छाड़ के आरोप
गिरीश परमार का नाम दिसंबर 2022 में उस समय सुर्खियों में आया था, जब कोटा के आरटीयू में फाइनल ईयर की छात्राओं ने उन पर परीक्षा पास करने के बदले अनुचित मांग करने और छेड़छाड़ के आरोप लगाए थे. इसके बाद कुछ महिला कर्मचारियों ने भी उनके खिलाफ अश्लील व्यवहार की शिकायत की. मामला राष्ट्रीय महिला आयोग तक पहुंचा, जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने परमार को निलंबित कर उनका तबादला भीलवाड़ा कर दिया. कोटा पुलिस ने उनके खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था और उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था. इस मामले की जांच अभी भी जारी है. एक ऑडियो क्लिप के वायरल होने से यह मामला और चर्चा में आया था.
अकेले रहते थे प्रोफेसर
पुलिस के अनुसार, गिरीश परमार उगम विहार कॉलोनी में किराए के मकान में अकेले रहते थे. गुरुवार को उन्होंने आखिरी बार अपने परिजनों से फोन पर बात की थी. दो दिन तक जब वे नजर नहीं आए, तो मकान मालिक ने घर में जाकर देखा और उनकी मौत का पता चला. अकेले रहने के कारण उनकी मृत्यु का समय किसी को पता नहीं चल सका. प्रताप नगर थाना पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है. थाना प्रभारी सुरजीत कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में हार्ट अटैक से मौत की आशंका है, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी. शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है, और परमार के विवादित इतिहास के कारण यह मामला और चर्चा में है.
विवादों से भरा रहा करियर
भीलवाड़ा के एमएलवी टेक्सटाइल कॉलेज में इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग में पढ़ा रहे गिरीश परमार का करियर विवादों से घिरा रहा. कोटा में उनके खिलाफ लगे गंभीर आरोपों ने उनकी छवि को धूमिल किया था. तबादले के बाद भीलवाड़ा में भी उनकी मृत्यु की परिस्थितियां संदिग्ध मानी जा रही हैं, जिसके चलते पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है.