विक्रम मिश्र, लखनऊ. उत्तर प्रदेश में 2027 के चुनाव के लिए अब माहौल बनना शुरू हो गया है. सत्ताधारी भाजपा जहां अपने वोट बैंक को साधे रखने के लिए अलग-अलग कार्यक्रमों के साथ सरकार आपके द्वार जैसे कार्यक्रमो के जरिए संवाद कायम रखे हुए है. वहीं समाजवादी पार्टी ने अब अपनी रणनीति को धार देते हुए सभी जिलों में पीडीए सम्मेलन करने का फैसला किया है. इस कार्यक्रम के जरिए जिले में दलितों पर हुई हिंसात्मक कार्रवाई को पुरजोर तरीके से सपा उठाएगी. साथ ही सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं में लाभार्थी कितने है उस पर भी सपा का ध्यान रहेगा.

सभी नेताओं को दिए गए निर्देश

पीडीए की योजना को लयबद्ध करने के लिए अखिलेश यादव ने अपने सभी सम्बंधित नेताओ को पीडीए के सम्मेलनों में शिरकत करने को कहा है. जबकि पीडीए के वोटबैंक को साधने के लिए लगातार उनसे सम्पर्क कर साथ में रात्रि प्रवास भी करने के लिए नेताओं को निर्देशित किया गया है.

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वोटर लिस्ट में न हो पाए गड़बड़ी

अखिलेश यादव हमेशा से वोटर लिस्ट में समाजवादी पार्टी समर्थक का नाम काटने का आरोप लगाते रहे है. ऐसे में उन्होंने इसके लिए व्यपक रणनीति बनाते हुए अपने नेताओं को पीडीए सम्मेलनों के साथ जिले के सपा समर्थक वोटरों का नाम भी वोटर लिस्ट में शामिल रहे इस ओर ध्यान देने को कहा है.