रविंद्र कुमार भारद्वाज, रायबरेली. ऐतिहासिक सिविल लाइन चौक पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति को लेकर विवाद सामने आया है. समाजसेवी राममोहन श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि नगर पालिका द्वारा स्थापित छोटी, निम्न गुणवत्ता वाली मूर्ति नेताजी की गरिमा का अपमान है. उन्होंने कहा, “यह मूर्ति नेताजी के कद और व्यक्तित्व को प्रतिबिंबित नहीं करती.” श्रीवास्तव ने नेताजी के सम्मान में भव्य मूर्ति स्थापना की मांग उठाई और जिलाधिकारी से त्वरित हस्तक्षेप की गुहार लगाई है. स्थानीय जनता ने भी इस मुद्दे पर आक्रोश जताते हुए मूर्ति के निर्माण में पारदर्शिता और गुणवत्ता की कमी पर सवाल उठाए हैं.

इस विवाद के बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को सिविल लाइन क्षेत्र में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की एक भव्य मूर्ति का अनावरण कर जनता की भावनाओं को सम्मान दिया. अनावरण समारोह में भारी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और स्थानीय लोग शामिल हुए, जहां उत्साह का माहौल देखा गया. राहुल गांधी ने नेताजी के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को याद करते हुए कहा, “नेताजी के ‘जय हिंद’ और ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ जैसे नारों ने देश में क्रांति लाई. उनकी मूर्ति युवा पीढ़ी को उनके बलिदान से प्रेरणा लेने के लिए प्रोत्साहित करेगी.” उन्होंने स्थानीय लोगों से मुलाकात की, उनकी समस्याएं सुनीं और तस्वीरें खिंचवाकर सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाया. मूर्ति स्थल को फूलों, रंग-बिरंगे झंडों और आकर्षक सजावट से सुसज्जित किया गया, जिसने समारोह को और भी भव्य बना दिया.

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नेताजी की विरासत और जनता की संवेदनशीलता

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की विरासत रायबरेली के लिए गर्व का विषय है, और सिविल लाइन चौक की मूर्ति शहर की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है. निम्न गुणवत्ता वाली मूर्ति के कारण उपजे विवाद ने नगर पालिका की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. वहीं राहुल गांधी के अनावरण ने नेताजी के प्रति जनता की गहरी निष्ठा और संवेदनशीलता को रेखांकित किया है. समाजसेवी राम मोहन श्रीवास्तव ने जिलाधिकारी से इस मामले की जांच और नेताजी की गरिमा के अनुरूप मूर्ति स्थापना की उम्मीद कर रहे हैं.