कर्ण मिश्रा, ग्वालियर. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी किसान पराली को नहीं जलाएगा. इसके बावजूद ग्वालियर चंबल-अंचल में पराली जलाने के एक दो नहीं सैकड़ों मामले सामने आ रहे हैं. उसके बावजूद यह लापरवाही लगातार जा रही है. लेकिन अब ऐसे किसानों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
दरअसल, गेहूं की फसल काट चुकी है. इसके साथ ही खेतों में पराली (नरवाई) खड़ी हुई है. जिसे हटाने के लिए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि उसे जोत कर जमीन में ही मिला दिया जाए ना कि उसे जलाया जाए. जिला प्रशासन ने पराली जलाने पर जुर्माने की बात भी कही है. लेकिन उसके बावजूद किसान नरवाई जला रहे हैं. 48 घंटे के अंदर ही भितरवार विधानसभा, डबरा विधानसभा क्षेत्र सहित ररुआ गांव में पराली जलाने के कारण घरों में आग लगने के साथ लोग तक झुलसे हैं. फिर भी पराली जलाने के मामले सामने आ रहे हैं.

सांसद भारत सिंह कुशवाह ने भी किया था जागरूक
हाल ही में पराली जलाने के बाद बने भयानक मंजर का जायजा स्थानीय विधायक मोहन सिंह राठौर ने लिया. साथ ही इस दुर्घटना के बाद सांसद भारत सिंह कुशवाह ने जायजा भी लिया. भारत सिंह कुशवाह ने किसानों को जागरूक करने के लिए अपने गांव में खेत में खुद ही ट्रेक्टर चलाया और खेत में खड़ी नरवाई को जोत कर जमीन में मिलाने का संदेश देते हुए नजर आए.

लगेगा मोटा जुर्माना
कलेक्टर रुचिका चौहान का कहना है कि हाल ही में पराली जलाने के कारण हुई दुर्घटनाओं को देखते हुए अब एसडीएम लेवल पर निर्देश दिए गए हैं कि वह सख्ती के साथ किसानों को जागरूक करें. उन्हें पराली जलाने से रोके, क्योंकि इसका असर पर्यावरण खासकर वायु प्रदूषण को बढ़ाता है. साथ ही मिट्टी की नमी को भी खत्म कर देता है, जिसके चलते फसल का उत्पादन भी प्रभावित होता है. ऐसे में अब लापरवाह किसानों पर मोटा जुर्माना लगाने के साथ ही FIR की कार्रवाई भी की जाएगी.
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