सत्यपाल सिंह, रायपुर। डीकेएस अस्पताल में हुए 50 करोड़ के घोटाले में फंसे आरोपी डॉ. पुनीत गुप्ता के कार्यकाल का एक और खुलासा हुआ जो बेहद चौंका देने वाला है. आप यह जानकर हैरान जाएंगे कि पुनीत गुप्ता ने अस्पताल में एक लग्जरी मूवी हॉल बना लिया था. जी हां जैसे-जैसे अस्पताल के भीतर से पर्दा उठते जा रहा है पुनीत गुप्ता के काले कारनामों का भी खुलासा होते जा रहा है है.
अस्पताल के भीतर ऊपरी मंजिल में पुनीत गुप्ता ने ये लग्जरी मूवी हॉल बना रखा है. तस्वीर आपको धूंधली दिख रही है क्योंकि फिलहाल रोशनी यहां पर्याप्त नहीं है. लेकिन आपको यहां आने पर एहसास बिल्कुल आलीशान फिल्म थियेटर की तरह ही होगा. फिलहाल यहां लगी लग्जरी कुर्सियां धूल खा रही है. यही नहीं यहां बड़ी संख्या में फर्नीचर भी खरीद लिए गए हैं जो कबाड़ की तरह पड़े हुए हैं. ये और बात है कि अस्पताल में कई ऐसी जगह भी जहां लोगों के लिए बैठने के लिए जगह ही नहीं है.
फर्नीचर खरीदी में इस तरह हुई गड़बड़ी
आपको बता दे कि डीकेएस प्रबंधन ने ऐसे दो संस्थान से 42 लाख का फर्नीचर खरीदा है जो एक ही मोबाईल नंबर से रजिस्टर्ड है. इसमें 21 लाख 64 हजार का फर्नीचर मेसर्स ड्रालिया इंटरप्राइजेस से, वहीं 21 लाख 97 हजार से ज्यादा फर्नीचर मेसर्स इंडस्ट्रियल कॉपरेशन से खरीदा गया है. यानी ये साफ है कि ये दोनों व्यक्ति एक ही परिवार के हैं. सिर्फ दिखाने लिए दो फर्म का नाम शो किया गया है. जबकि सीएसआईडीसी में 150 से ज्यादा संस्था रजिस्टर्ड है.
लल्लूराम डॉट कॉम के पास मौजूद दस्तावेज के मुताबिक हॉस्पीटल बनने के दो साल पहले ही फर्नीचर खरीद लिया गया था. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि हड़बड़ी दिखाते हुए कितनी बड़ी गड़बड़ी की गई है.
डीकेएस के वर्तमान अधीक्षक के.के. सहारे का कहना है कि मोटी रकम खर्च कर फर्नीचर खरीदी गई है जो जरूरत से ज्यादा है. फिलहाल इस मामले में जांच जारी है, जांच रिपोर्ट के मुताबिक आगे की कार्रवाई की जाएगी.
हॉस्पीटल संघ रायपुर के अध्यक्ष राकेश गुप्ता के अनुसार इतनी सारी कुर्सियां डीकेएस सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के टॉप फ्लोर में बेवजह पड़ी हुई है. मुझे पता लगा है कि यह कुर्सियां पैरामेडिकल कोर्स की क्लास शुरू करने के लिए खरीदी गई थी. जून-जुलाई 2018 में पैरामेडिकल कोर्स के एप्लीकेशन की प्रक्रिया शुरू हुई और अभी मार्च 2019 तक उनकी एप्लीकेशन को अलग अलग नहीं किया गया था लेकिन कुर्सियां पहले खरीद ली गई.