रायपुर: लैंगिक उत्पीड़न के आरोप झेल रहे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी पवनदेव को राज्य शासन ने पदोन्नत कर एडीजी बना दिया है..1992 बैच के आईपीएस पवनदेव के खिलाफ महिला कांस्टेबल ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए राज्य सरकार से लेकर केन्द्र सरकार और सभी संबंधित आयोगों में शिकायत दर्ज कराई थी.
इस मामले की जांच के लिये राज्य शासन ने प्रमुख सचिव रेणु जी पिल्लै की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की थी. शिकायतकर्ता की वकील निरूपमा बाजयेयी ने बताया कि रेणु जी पिल्लै की कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट में पवनदेव को दोषी ठहराया था. इस प्रकरण के चलते लंबे समय से पवनदेव की पदोन्नति रोक दी गई थी. लेकिन मंगलवार को आयोजित डीपीसी की बैठक में पीएचक्यू और विधि विभाग की राय लेकर पवनदेव को एडीजी पद पर पदोन्नति देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई और आज इस आशय के आदेश सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी कर दिया.
राज्य शासन के इस निर्णय पर अधिवक्ता निरुपमा बाजपेयी ने आश्चर्य जताते हुए कहा है कि महिला सशक्तिकरण और बेटी बचाओ का राज्य सरकार का नारा महज दिखावा है. उन्होनें कहा कि पवनदेव के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय राज्य शासन ने जो पदोन्नति दी है,उससे ये साबित होता है कि समरथ को नहीं दोष गोसाई.