आगरा. यूपी में सीएम योगी सुशासन का पाठ पढ़ते थकते नहीं, लेकिन उनका सिस्टम जरूर थका हुआ है. थकान इतनी कि कांड होने के बाद बदहवास सिस्टम के नुमाइंदे जागते हैं. उसके बाद फिर लीपापोती कर रिपोर्ट भेजते हैं कि ऑल इज वेल. फिर क्या जमीनी हकीकत पता किए बिना सीएम योगी भी मंच से दहाड़ते हुए कहते हैं… यूपी में ऑल इज वेल. जब यूपी में सब कुछ ऑल इज वेल ही है तो ये हर रोज महिलाओं और बेटियों के साथ अत्याचार के मामले क्यों सामने आ रहे हैं? मामला सामने आने के बाद भी सरकार मानने को तैयार नहीं कि ऑल इज वेल नहीं… ऑल इज नॉट वेल की स्थिति है. ये बात हम नहीं प्रदेश के कानून व्यवस्था की बद्दतर स्थिति बता रही है. आलम ये है कि सरेराह लड़कियों के साथ गंदी करतूतों को अंजाम दिया जा रहा है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है. जहां एक छात्रा को अगवा कर घटिया करतूत की गई.

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बता दें कि पूरा मामला अछनेरा कस्बे के गांव का है. जहां रोज की तरह सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा ट्यूशन जा रही थी. छात्रा को अकेला देखकर बाइक से 3 मनचले पहुंचे और उसे जबरदस्ती उठाकर अपने साथ ले गए. इस दौरान मनचलों ने छात्रा के साथ छेड़खानी की. जब छात्रा ने शोर मचाया तो मनचले छात्रा को छोड़कर भाग गए. ऐसे में समय पर जब छात्रा ट्यूशन से घर नहीं पहुंची तो छात्रा की मां ट्यूशन पढ़ाने वाले शिक्षक के पास पहुंची और अपनी बेटी के बारे में पूछा. इस दौरान शिक्षक ने बताया कि वह तो ट्यूशन आई ही नहीं. जिसके बाद घबराई मां ने तत्काल मामले की जानकारी पुलिस को दी.

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उसके कुछ देर बाद छात्रा ने राहगीर से फोन मांगकर अपनी मां को फोन किया और मामले की जानकारी दी. जिसके बाद मां ने पीड़िता के साथ थाने पहुंचकर मामले की शिकायत पुलिस से की है. पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. आरोपियों की तलाश की जा रही है. वहीं तीनों आरोपियों के परिजन कार्रवाई न करने का दबाव बना रहे हैं. अब सवाल खड़ा हो रहा है कि बार-बार जो सीएम योगी मंच से दावा करते है कि उन्होंने बदमाशों-मनचलों को टाइट कर दिया है तो फिर ऐसी घटनाओं में कमी क्यों नहीं आ रही है? मनचले डरने की बजाय कांड पर कांड कर रहे हैं. सवाल ये भी उठ रहे हैं कि क्या केवल योगी सरकार के दावे झूठे हैं?