पटना। खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 का आगाज रविवार को हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स का शुभारंभ वर्चुअल माध्यम से किया। आज से बिहार में खेलो इंडिया यूथ गेम का आगाज हो गया। बेगूसराय जिला फुटबॉल मैच की मेजबानी के लिए पूरी तरह से तैयार है। पहली बार बिहार खेलो इंडिया यूथ गेम में मेहमान नहीं मेजबान की तरह शामिल होगा। पहला मुकाबला 05 मई को यमुना भगत खेल स्टेडियम में सुबह सात बजे से शुरू होगा, जहां झारखंड की महिला टीम राजस्थान से भिड़ेगी।

बिहार के लिए एक बहुत बड़ा मंच

बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के DG एवं CEO रविंद्रन शंकरन ने कहा, “आज बिहार खेलो इंडिया यूथ गेम्स के 7वें संस्करण की मेजबानी करने के लिए पूरी तरह से तैयार है और यह बिहार के लिए एक बहुत बड़ा मंच है।

वॉलीबॉल के मैच शुरू हो चुके हैं

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने व्यक्तिगत रूप से सभी स्थानों का दौरा और निरीक्षण किया है और सुझाव भी दिए हैं। भागलपुर में तीरंदाजी की स्पर्धा शुरू हो चुकी है और पाटलिपुत्र में वॉलीबॉल के मैच शुरू हो चुके हैं। इसका उद्घाटन आज शाम 6 बजे पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में हो गया है।

वर्चुअल संबोधन में बोले पीएम

बिहार में हो रहे ‘खेलो इंडिया गेम्स’ के लिए अपने वर्चुअल संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “… खेलो इंडिया यूथ गेम्स के दौरान बिहार के अलग-अलग शहरों में कई प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी… भारत में खेल अब एक संस्कृति के रूप में अपनी पहचान बना रहे हैं। यह खेल संस्कृति जितनी बढ़ेगी, भारत की सॉफ्ट पावर उतनी ही बढ़ेगी।

‘लिट्टी चोखा’ का स्वाद लेकर जाना चाहिए

बिहार में हो रहे ‘खेलो इंडिया गेम्स’ के लिए अपने वर्चुअल संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा आपको एक खिलाड़ी के रूप में मैदान में प्रदर्शन करना है, लेकिन आपको ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के राजदूत के रूप में भी अपनी भूमिका निभानी है… बिहार के बाहर से आए एथलीटों को भी ‘लिट्टी चोखा’ का स्वाद लेकर जाना चाहिए। आपको बिहार का मखाना भी बहुत पसंद आएगा। इस भावना के साथ कि इससे खेल और देशभक्ति की भावना दोनों बढ़ेगी, मैं 7 वें खेलो इंडिया यूथ गेम्स के शुभारंभ की घोषणा करता हूं।

बेटे वैभव सूर्यवंशी का शानदार प्रदर्शन देखा

बिहार में हो रहे ‘खेलो इंडिया गेम्स’ के लिए अपने वर्चुअल संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, हम सभी ने IPL में बिहार के बेटे वैभव सूर्यवंशी का शानदार प्रदर्शन देखा है। वैभव ने इतनी कम उम्र में इतना बड़ा रिकॉर्ड बना दिया है। उनके खेल के पीछे उनकी मेहनत तो है ही, लेकिन अलग-अलग स्तर पर मैच खेलने से भी उन्हें मदद मिली है। इसका मतलब है ‘जो जितना खेलेगा, वह उतना ही खिलेगा ।

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