Raipur Crime News: प्रतीक चौहान, रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर में थाना पुरानी बस्ती में तैनात सहायक उप-निरीक्षक सुब्रतो मुखर्जी ने मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के नाम पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए डॉ. किशानु दास के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. जांच के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

सुब्रतो मुखर्जी (49) ने बताया कि उनकी बेटी आयुषी मुखर्जी ने 2023 में नीट परीक्षा में 412 अंक प्राप्त किए, जो सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए पर्याप्त नहीं थे. छत्तीसगढ़ के निजी मेडिकल कॉलेजों की फीस 65 लाख रुपये थी, जो उनकी आर्थिक स्थिति के लिए असंभव थी. अक्टूबर 2023 में बिलासपुर के डॉ. किशानु दास ने उनसे फोन पर संपर्क किया और पश्चिम बंगाल के कुछ कॉलेजों में 60-65 लाख रुपये फीस की जानकारी दी. जब मुखर्जी ने अपनी आर्थिक तंगी बताई, तो किशानु ने पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के JMN कॉलेज में ट्यूशन और हॉस्टल सहित 48 लाख रुपये में प्रवेश का आश्वासन दिया.

पैसे ट्रांसफर किए, फिर भी धोखा

किशानु के कहने पर मुखर्जी ने 4 नवंबर 2023 को अपने इंडसइंड बैंक खाते से किशानु के केनरा बैंक खातों में 2 लाख और 50 हजार रुपये ट्रांसफर किए. किशानु ने दावा किया कि कॉलेज प्रबंधन 86 लाख रुपये ट्यूशन फीस और 48 लाख रुपये हॉस्टल फीस मांगेगा, लेकिन वह प्रवेश के बाद कुल फीस को 48 लाख रुपये तक कम करवा देगा. मुखर्जी ने नवंबर 2023 से नवंबर 2024 तक 36 लाख रुपये का भुगतान कर दिया, जबकि शेष 12 लाख रुपये साढ़े तीन साल में चुकाने थे. हालांकि, किशानु कॉलेज की फीस 48 लाख तक कम करवाने में विफल रहा और लगातार आश्वासन देता रहा. कॉलेज प्रबंधन अब 86 लाख रुपये की मांग कर रहा है.

कॉलेज की फीस और आयुषी की पढ़ाई पर संकट

कॉलेज ने 92.5 लाख रुपये (86 लाख ट्यूशन + 6.5 लाख हॉस्टल और मेस) की फीस का ढांचा अपलोड किया, जो मुखर्जी के लिए असंभव था. किशानु ने दावा किया कि वह फीस कम करवा देगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. सितंबर 2024 में तीसरे सेमेस्टर की फीस के लिए कॉलेज ने आयुषी को परिसर में प्रवेश से रोक दिया. आभूषण बेचकर मुखर्जी ने फीस का इंतजाम किया, जिसके बाद आयुषी दो महीने बाद कॉलेज लौट सकी. अगली सेमेस्टर फीस मार्च 2025 में देय थी.

आखिरी कोशिश भी नाकाम

मुखर्जी ने इस महीने की शुरुआत में किशानु के बिलासपुर स्थित घर जाकर उनके माता-पिता से मुलाकात की और मामले का समाधान करने का अंतिम मौका दिया. कोई समाधान न मिलने पर उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज की. उनके पास किशानु के साथ बातचीत की ऑडियो क्लिप और बैंक ट्रांसफर के सबूत भी हैं.

थाना पुरानी बस्ती पुलिस ने सुब्रतो और उनकी पत्नी सम्पूर्णा मुखर्जी के बयान, दस्तावेजी और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों की जांच के बाद प्रथम दृष्टया धोखाधड़ी का मामला पाया. आरोपी डॉ. किशानु दास के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गई है.