पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले दो जासूस ने कई बड़े राज पुलिस के गिरफ्तारी के बाद खोले हैं। इसमें एक अहम बात सामने आई है, जिसमें पता चला है कि यह दोनों पकड़े गए जासूस ने पैसों की लालच में ईसाई धर्म को अपनाया था, लेकिन उन्हें अब तक पैसे नहीं मिले।

खबर है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में पकड़े गए सूरज मसीह और फलक शेर मसीह ने धर्म परिवर्तन की बात को कबूली है। पुलिस हिरासत में सूरज मसीह ने बताया कि दो साल पहले वह ईसाई समुदाय के कुछ लोगों के संपर्क में आया था। उसे ईसाई बनाने के बदले कुछ पैसे देने का झांसा दिया गया। एक साल पहले उसका मतांतरण तो करवा दिया गया, लेकिन पैसे नहीं दिए गए।

डेढ़ साल से थे संपर्क में

  • बताया जा रहा है कि दोनों जासूस पीछे डेढ़ साल से पाकिस्तान के लिए काम कर रहे थे।
  • उन्होंने कबूला है कि डेढ़ साल से आइएसआइ के चाचा और पठान नाम के दो एजेंटों के संपर्क में थे।
  • उन्हीं के इशारे पर यहां से सैन्य ठिकानों, पुलिस थानों, बीएसएफ के जवानों की गश्त वाली मूवमेंट आदि इंटरनेट मीडिया से अपने मोबाइलों से भेज रहे थे।

परिवार के लोगों में भय

दोनों जासूसों की गिरफ्तारी के बाद अब लगातार सभी डरे हुए हैं। दोनों जासूसों के पिता और परिवार के सदस्य आपस में मुलाकात किए है और उन्हें डर है कि उन्हें भी इस मामले में ना फसाया जाए।