पटना. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने देश के हर नागरिक की सुरक्षा का खास चिंता है. यही कारण है कि पाकिस्तान के खिलाफ बने युद्ध के हालात के बीच अब भारत-नेपाल बॉर्डर को सील कर दिया गया है. बिहार से नेपाल की 729 किमी की सीमा लगती है. यहां से हर आने-जाने वाले व्यक्तियों की तलाशी ली जा रही है.
हर छोर पर सेना सक्रिय
भारतीयों की सुरक्षा दृष्टि से भारत सरकार का यह निर्णय दिखाता है कि पीएम मोदी हर छोर पर अपनी सेनाओं के साथ सक्रिय हैं. नेपाल की सीमा पर दो माह के लिए रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक कर्फ्यू लगा दिया गया है. एसएसबी जवानों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. अटैक की खबरों की बीच सभी लोग भारतीय सेना की कार्रवाई की जानकारी के लिए उत्सुक दिखे, जो जहां था, वहीं से हर अपडेट लेने की कोशिश में जुट गया.
अधिकारियों की छुट्टियाँ रद्द
भारत सरकार के निर्णय के बाद राज्य सरकार ने भी बड़ा फैसला किया है. पाकिस्तान से बढ़ते तनाव के मद्देनज़र नीतीश सरकार ने सतर्कता बढ़ा दी है. बिहार सरकार ने अब तत्काल प्रभाव से सभी प्रशासनिक, पुलिस और आपदा प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों व कर्मियों की छुट्टियाँ रद्द कर दी हैं. बिहार के लोगों की चिंता दोनों ही सरकारों को है. यही कारण है कि नेपाल सीमा पर अब विशेष निगरानी भी रखी जा रही है.
पाकिस्तान की नाकाम कोशिश
भारत के रक्षा सूत्रों के हवाले जानकारी सामने आई है कि पाकिस्तान ने शुक्रवार की सुबह 4 बजे के बाद ड्रोन से फिर हमला करने की कोशिश की, लेकिन इस बार भी इंडियन एयर डिफेंस सिस्टम सबको बेअसर कर दिया. इससे पहले रात को पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन से हमला करने की कोशिश हुई थी. भारतीय सेना ने पाकिस्तान के बट्टल, मदारपुर, तेतरी नोट और हाजीरा जिलों में बड़े पैमाने पर जवाबी कार्रवाई शुरू की. इसमें पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान होने की खबर है. इंडियन आर्मी ने उनके कई बंकर तबाह कर दिए हैं. भारत सरकार के इस आदेश को गंभीर सुरक्षा स्थिति और संभावित आपात हालात से निपटने के लिए उठाया गया एक एहतियाती कदम माना जा रहा है.
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