Rajasthan News: देश की सीमा पर पाकिस्तान को लगातार करारा जवाब देने के बीच राजस्थान में प्रशासन पूरी तरह अलर्ट पर है। धार्मिक पर्यटन नगरी अजमेर को संवेदनशील शहरों की सूची में शामिल किया गया है, जहां पुलिस सतर्कता बरत रही है और सोशल मीडिया पर भड़काऊ या अफवाह फैलाने वाली पोस्ट पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसी क्रम में नसीराबाद क्षेत्र में डीजे और पटाखों के उपयोग पर सख्त प्रतिबंध लगाया गया है।

सोशल मीडिया पर सतर्कता

अजमेर एसपी वंदिता राणा ने जनता से अपील की है कि अफवाहों से बचें और किसी भी संदिग्ध या भड़काऊ पोस्ट को नजरअंदाज कर तुरंत पुलिस को सूचित करें। उन्होंने कहा कि साइबर ठगी से सतर्क रहने की जरूरत है और केवल आधिकारिक सरकारी स्रोतों पर ही भरोसा करें। संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तत्काल कंट्रोल रूम को देने की भी अपील की गई है।

रात 10 बजे तक घर लौटने की सलाह

सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एसपी राणा ने बताया कि बाजार रात 9 बजे तक बंद कर दिए जाएंगे और आमजन को 10 बजे तक घरों में रहने की सलाह दी गई है। उन्होंने कहा कि आपात स्थिति में त्वरित सहायता सुनिश्चित करने के लिए यह कदम जरूरी है।

ब्लैकआउट और जागरूकता अभियान

ब्लैकआउट के दौरान कई नागरिकों की सतर्कता में कमी देखी गई, जिसे लेकर पुलिस द्वारा विशेष जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।

जेएलएन अस्पताल में अग्नि सुरक्षा मॉकड्रिल

जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अनिल सामरिया ने बताया कि जेएलएन अस्पताल में दमकल विभाग ने अग्निशमन मॉकड्रिल की। डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ को आग लगने की स्थिति में फायर उपकरणों के उपयोग की ट्रेनिंग दी गई। अस्पताल में आपात स्थिति से निपटने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। साथ ही रक्तदान शिविर आयोजित किया गया, जिसमें 5000 से अधिक रक्तदाताओं की सूची तैयार की गई है।

नसीराबाद में बीएनएस की धारा 163 लागू

उपखंड अधिकारी देवीलाल यादव ने जानकारी दी कि नसीराबाद छावनी क्षेत्र में बीएनएस की धारा 163 (पूर्व में धारा 144) लागू कर दी गई है। इसके तहत डीजे और आतिशबाजी पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। यह कदम क्षेत्र की शांति और सुरक्षा बनाए रखने के उद्देश्य से उठाया गया है।

पढ़ें ये खबरें