पटना. जम्मू-कश्मीर के आरएस पुरा सेक्टर में 10 मई को पाकिस्तान की ओर से सीमा पार से की गई गोलाबारी में अपनी ड्यूटी के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए BSF के सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज का पार्थिव शरीर पटना लाया गया.
बिहार के मंत्री नितिन नवीन, बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, RJD नेता तेजस्वी यादव और अन्य नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. यहां शहीद का पार्थिव शव सारण लाया गया. पार्थिव शरीर के उनके पैतृक गांव पहुंचते ही ग्रामीणों की आखें नम हो गईं. लोग पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए.
शहीद मोहम्मद इम्तियाज सारण जिले के गड़खा प्रखंड के नारायणपुर के रहने वाले थे. पार्थिव शरीर जैसे ही गांव पहुंचा, वहां मौजूद जनसैलाब मोहम्मद इम्तियाज अमर रहें के नारे लगने लगे. ग्रामीणों ने पूरे सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी.
छोटे बेटा भी बीएसएफ में तैनात
शहीद मोहम्मद इम्तियाज के बारे में ग्रामीणों का कहना है कि वो एक नेक दिल इंसान और काफी मिलनसार स्वभाव के थे. वे एक माह पहले ईद के मौके पर घर आए थे. अपने शहीद जवान को देखने के लिए गांव में जन सैलाब उमड़ पड़ा. बता दें कि शहीद इम्तियाज के छोटे भाई मो. मुस्तफा भी बीएसएफ में तैनात हैं, फिलहाल मुस्तफा मेघालय में बांग्लादेश बॉर्डर पर ड्यूटी पर तैनात हैं.
शहीद मो. इम्तियाज के घर का नाम ‘सीमा प्रहरी निवास’
इम्तियाज और मुस्तफा के घर का नाम ‘सीमा प्रहरी निवास’ रखा है. बेटे इमरान रजा ने कहा- “मेरे पिता बहुत मजबूत इंसान थे और मुझे उन पर बहुत गर्व है. 10 मई को सुबह 5:30 बजे उनसे बात की थी. ड्रोन हमले में उनके दाहिने पैर में चोट लग गई थी. यह आखिरी बार था जब मैंने उनसे बात की थी.”
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के आरएस पुरा सेक्टर में 10 मई को पाकिस्तान की ओर से सीमा पार से की गई गोलाबारी में अपनी ड्यूटी के दौरान वीरगति को प्राप्त हो गए. जिसके बाद आज उनका पार्थिव शरीर पटना पहुंचा, जहां से सारण ले जाया गया. यहीं उनके पैतृक घर पर उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया.
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