क्या आप जीवन में बार-बार आ रही अड़चनों, मानसिक तनाव या असफलताओं से परेशान हैं? इसका कारण आपकी कुंडली में मौजूद ग्रह दोष भी हो सकता है. लेकिन किसी विशेष पूजा, रत्न धारण या बड़े उपाय करने से पहले एक छोटा-सा प्रयोग ज़रूर आज़माएं — यह न केवल सरल है, बल्कि अत्यंत प्रभावकारी भी है.

उपाय: हर दिन सूर्योदय के समय पूर्व दिशा की ओर मुख करके सूर्य देव को प्रणाम करें और श्रद्धा के साथ गायत्री मंत्र का जाप करें: “ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि. धियो यो नः प्रचोदयात्॥”

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गायत्री मंत्र के नियमित जाप से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आने लगते हैं. इसका प्रभाव मानसिक, आध्यात्मिक और व्यवहारिक स्तर पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है. यह न केवल आत्मविश्वास बढ़ाता है, बल्कि मन को शांति, विचारों को स्पष्टता और जीवन में नई ऊर्जा प्रदान करता है.

ज्योतिषाचार्यों का भी मानना है कि नवग्रह दोषों को दूर करने में यह साधना अत्यंत कारगर सिद्ध होती है. इसे आरंभ करने के लिए किसी विशेष दिन की प्रतीक्षा न करें — आज ही शुरुआत करें. थोड़े ही समय में आप अपने जीवन में शुभता, सफलता और संतुलन का अनुभव करने लगेंगे.

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