प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हमने भारत-पाक से कहा था कि संघर्ष नहीं रोका तो व्यापार नहीं करेंगे. शनिवार को मेरे प्रशासन ने भारत और पाकिस्तान के बीच तत्काल संघर्ष विराम कराने में मदद की, मुझे लगता है कि यह स्थायी युद्धविराम होगा.

ट्रंप ने कहा, दोनों देशों के पास बहुत सारे परमाणु हथियार हैं. यह एक खतरनाक टकराव की स्थिति थी, जिसे हमने रोका. ट्रंप ने यह भी कहा कि उन्होंने व्यापार को दबाव का हथियार बनाया और इस कूटनीति ने काम किया.

अमेरिका की ओर से सामने आए ट्रंप के इस दावे से यह संकेत मिलता है कि वैश्विक महाशक्तियां दक्षिण एशिया के हालात को लेकर बेहद सतर्क है और किसी भी स्थिति में परमाणु युद्ध को रोकना चाहती है. हालांकि पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का उल्लंघन हो चुका है.