पिछले कुछ महीनों में शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है, जिससे कई निवेशकों के पोर्टफोलियो में गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, इस अस्थिरता के बीच भी कुछ म्यूचुअल फंड योजनाओं ने दमदार प्रदर्शन किया है। खासकर ब्लूचिप यानी लार्ज कैप फंड्स ने पिछले एक साल में करीब 16% तक का रिटर्न दिया है।

अगर कोई निवेशक लंबे समय तक सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के ज़रिए निवेश करता है, तो उसे इन फंड्स से स्थिर और अपेक्षाकृत सुरक्षित रिटर्न मिलने की संभावना रहती है।

क्या होते हैं ब्लूचिप म्यूचुअल फंड?

ब्लूचिप फंड्स, दरअसल लार्ज कैप म्यूचुअल फंड्स की श्रेणी में आते हैं। कई फंड हाउस ने अपने लार्ज कैप फंड के नाम में ‘ब्लूचिप’ शब्द जोड़ा हुआ है, जैसे:

  • एक्सिस ब्लूचिप फंड
  • ICICI प्रू ब्लूचिप फंड
  • SBI ब्लूचिप फंड
  • कोटक ब्लूचिप फंड
  • फ्रैंकलिन ब्लूचिप फंड

SEBI के नियमों के अनुसार, लार्ज कैप फंड्स को निवेश की गई राशि का कम से कम 80% हिस्सा शेयर बाजार की टॉप 100 कंपनियों में लगाना अनिवार्य होता है। ये कंपनियां आमतौर पर वित्तीय रूप से मजबूत और स्थिर होती हैं।

कम जोखिम, फिर भी दमदार रिटर्न

ब्लूचिप कंपनियां वे होती हैं जिनका व्यवसाय वर्षों से स्थिर और लाभदायक रहा है। उनके शेयरों में अत्यधिक उतार-चढ़ाव नहीं होता, जिससे इन फंड्स में निवेश को अपेक्षाकृत सुरक्षित माना जाता है।

हालांकि निवेश से पहले आपको यह देखना चाहिए कि:

  • फंड का ऐतिहासिक प्रदर्शन कैसा रहा है
  • फंड मैनेजर का अनुभव क्या है
  • एक्सपेंस रेशियो कितना है

इन सभी पहलुओं का विश्लेषण करने के बाद ही निवेश का निर्णय लेना उचित रहेगा।

किसे करना चाहिए निवेश?

अगर आप कम जोखिम के साथ शेयर बाजार में भागीदारी चाहते हैं, तो ब्लूचिप फंड्स एक उपयुक्त विकल्प हो सकते हैं। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि इसमें कम से कम 3-5 साल के इनवेस्टमें की सोच के साथ शामिल होना चाहिए।

भले ही इन फंड्स में कोई लॉक-इन अवधि नहीं होती, लेकिन कम समय में बाजार की अस्थिरता का असर आपके निवेश पर अधिक पड़ सकता है। वहीं, दीर्घकालीन निवेश से इस जोखिम में कमी आती है और रिटर्न की संभावना बेहतर हो जाती है।