दिल्ली. उद्योगपति गौतम अडाणी के नेतृत्च वाले अडाणी समूह को राजमार्ग निर्माण, हवाईअड्डा विकास, कोयला खनन और शहरी गैस वितरण से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं के ठेके मिले हैं. कंपनी ने पिछले कुछ साल में इन परियोजनाओं के ठेके प्रतिस्पर्धी निविदा से प्राप्त किए हैं. यह कंपनी के अपने कारोबार का विविधीकरण करने और नए क्षेत्रों में प्रवेश करने के प्रयासों का हिस्सा है.
कंपनी के करीबी सूत्रों ने जानकारी दी कि कंपनी ने आक्रामक तरीके से बोलियां लगाकर लॉजिस्टिक, खनन, ऊर्जा, निर्माण और कृषि उत्पादों के क्षेत्र में परियोजनाएं हासिल कीं और अपने पोर्टफोलियो का विविधीकरण किया. इसके अलावा अडाणी ट्रांसपोर्ट ने पिछले साल अप्रैल में छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में सड़क परियोजनाओं के ठेके प्राप्त किए.
फरवरी में अडाणी एंटरप्राइजेज ने देश में आधा दर्जन हवाईअड्डों के विकास के लिए बोलियां लगाई. कंपनी ने इन हवाईअड्डों के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को अगले 50 साल के लिए प्रति यात्री सबसे अधिक शुल्क देने की पेशकश की थी. सूत्रों ने बताया कि कंपनी को कोयला खान विकास और परिचालन के ठेके मिले जिनकी कुल उत्पादन क्षमता 6.4 करोड़ टन सालाना से ज्यादा है.
अडाणी ग्रीन एनर्जी ने पिछले पांच साल में 2,623 मेगावाट की सौर ऊर्जा और 1,547 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजनाओं की निविदा के साथ ही कंपनी ने प्रतिगामी नीलामी में 390 मेगावाट की हाइब्रिड परियोजनाओं के ठेके भी प्राप्त किए. नीलामी में सबसे कम दर पर बिजली उपलब्ध कराने वाली कंपनी को ठेका मिलता है.
सूत्रों ने जानकारी दी कि 1,300 औद्योगिक इकाइयों और करीब चार लाख खुदरा ग्राहकों को गैस की आपूर्ति करने वाली अडाणी गैस को पिछले साल नवंबर में 13 शहरों में पाइप के जरिये रसोई गैस पहुंचाने और सीएनजी की खुदरा बिक्री करने का ठेका मिला. अभी अडाणी गैस उत्तर प्रदेश के खुर्जा, हरियाणा के फरीदाबाद और गुजरात के वडोदरा एवं अहमदाबाद में गैस की आपूर्ति करती है.