मुंबई. शेयर बाजारों में आने वाले दिनों में कामकाज की दिशा कंपनियों के चौथी तिमाही के इस सप्ताह आने वाले नतीजों से तय होगी. सप्ताह के दौरान कई प्रमुख कंपनियों के वित्तीय परिणाम आने हैं. विश्लेषकों का मानना है कि इसके अलावा कच्चे तेल के भाव में उतार-चढ़ाव, रुपया और विदेशी संस्थागत निवेशकों के निवेश के रुझानों का भी बाजार पर असर पड़ेगा.
निकट भविष्य में निवेशक कंपनियों के चौथी तिमाही के परिणाम तथा आम चुनाव को ध्यान में रख कर निर्णय करेंगे. सूचकांक में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाली कुछ प्रमुख कंपनियों के इस सप्ताह घोषित किए जाने वाले वित्तीय परिणाम से बाजार का माहौल तय होगा.
विदेशी संस्थागत निवेशकों, एफआईआई प्रवाह में लगातार वृद्धि तथा कंपनियों की आय उम्मीद के अनुरूप रहने से बाजार में तेजी रहने की उम्मीद है. कुछ विश्लेषकों की राय है कि आम चुनावों के नतीजे आने तक तक बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. सैमको सिक्योरिटीज एंड स्टॉक नोट के संस्थापक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) जे मोदी ने कहा, ‘‘कम-से-कम चुनावी प्रक्रिया पूरी होने तक बाजार में नरमी और दबाव बना रह सकता है. हालांकि कंपनियों के आ रहे नतीजों से उतार-चढ़ाव अधिक देखने को मिल सकता है’’
इस सप्ताह वित्तीय परिणाम घोषित करने वाली अन्य कंपनियों में मारुति सुजुकी इंडिया तथा हीरो मोटो कॉर्प शामिल हैं. पिछले सप्ताह कुछ त्योहारों के अवकाश के कारण बाजार कम दिन खुला. इस दौरान सेंसेक्स कुल मिला कर 373.17 अंक यानी 0.96 प्रतिशत मजबूत हुआ. सूचकांक में बड़ा प्रभाव रखने वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज तथा एचडीएफसी बैंक में कुछ गतिविधियां देखने को मिल सकती है.