लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जल जीवन मिशन के कार्यों में लापरवाही बरतने पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाया है। योगी सरकार ने 183 अफसरों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की है। 122 अधिकारियों पर अनुशासनिक जांच कराई जाएगी। वहीं 55 को प्रतिकूल प्रविष्टि और 6 को निलंबित किया गया है।

अनुशासनिक जांच के दिए निर्देश

योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत यह कार्रवाई की गई। बताया जा रहा है कि सबसे ज्यादा कार्रवाई अधिशासी अभियंताओं पर की गई है। 7 मुख्य अभियंताओं पर अब तक अनुशासनिक जांच के निर्देश दिए गए हैं। वहीं 6 अफसरों पर सस्पेंशन की गाज गिरी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक 19 अवर अभियंताओं की अनुशासनिक जांच और 32 सहायक अभियंताओं पर जांच बैठाकर 2 अफसरों को निलंबित किया गया है।

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योगी बोले- लापरवाही बर्दाश्त नहीं

इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि योजनाओं में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हर घर तक समय पर और गुणवत्ता युक्त शुद्ध पेयजल पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है और इसके लिए पारदर्शी व कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी। उत्तर प्रदेश जल जीवन मिशन के तहत सबसे अधिक नल कनेक्शन देने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।