दिल्ली के पंजाबी बाग में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें दो भाइयों ने अपने दोस्त से 60 हजार डॉलर की उगाही करने की योजना बनाई. रोहित नागपाल और सागर नामक इन भाइयों ने अपने मित्र रोहित चौहान के घर एक कुरियर भेजा, जिसमें उसकी पत्नी और बेटे की तस्वीरें, दो खाली कारतूस और एक धमकी भरा पत्र शामिल था. पत्र में स्पष्ट रूप से लिखा गया था कि यदि मांगी गई राशि नहीं दी गई, तो परिवार को नुकसान पहुंचाया जाएगा. हालांकि, दिल्ली पुलिस की तत्परता ने इन शातिर भाइयों की योजना को विफल कर दिया.

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पश्चिमी दिल्ली के DCP विचित्र वीर (IPS) ने जानकारी दी कि 13 मई 2025 को रोहित चौहान के निवास पर एक चौंकाने वाला कुरियर पहुंचा. इस घटना से भयभीत परिवार तुरंत पंजाबी बाग थाने पहुंचा, जहां पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इंस्पेक्टर संजय दहिया के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया. इस टीम में SI कपिल, HC सुधीर, HC सुनील और कांस्टेबल देवेंद्र शामिल थे. ACP विजय सिंह के मार्गदर्शन में पुलिस ने कुरियर के मार्ग और उसमें मौजूद सामग्री के सुरागों की जांच शुरू की, जिसके परिणामस्वरूप जांच का ध्यान रोहित चौहान के करीबी लोगों की ओर केंद्रित हुआ.

एक IGNOU से ग्रेजुएट तो दूसरा IP यूनिवर्सिटी से BCA

पुलिस की पूछताछ में रोहित चौहान के दोस्त रोहित नागपाल ने सब कुछ उजागर कर दिया. उसने स्वीकार किया कि उसने अपने भाई सागर के साथ मिलकर यह सारा नाटक रचा था. दरअसल, रोहित अपने नकली ज्वेलरी और चांदी के आभूषणों के व्यवसाय में 80 लाख रुपये का कर्ज चुकाने में असमर्थ था. आर्थिक तंगी ने उसे इस हद तक मजबूर कर दिया कि उसने अपने दोस्त को निशाना बनाने की योजना बनाई. दोनों भाइयों ने दोस्त के परिवार की निजी जानकारी इकट्ठा की, एक गन हाउस से खाली कारतूस प्राप्त किए और धमकी भरा पत्र कुरियर के माध्यम से भेजा, ताकि यह मामला गैंगस्टर जैसी वसूली का प्रतीत हो.

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पुलिस ने दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है. रोहित नागपाल (35 वर्ष) आदर्श नगर का निवासी है और 2013 में IGNOU से स्नातक किया है, जबकि उसका छोटा भाई सागर (30 वर्ष) ने IP यूनिवर्सिटी से BCA की डिग्री प्राप्त की है. पुलिस ने उनके मोबाइल फोन, लैपटॉप और अपराध में प्रयुक्त स्कूटी भी बरामद की है. दिल्ली पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई ने न केवल परिवार को राहत दी, बल्कि यह भी साबित किया कि अपराधी चाहे कितना भी चतुर क्यों न हो, कानून की पकड़ से बच नहीं सकता.

अपनों पर अंधा विश्वास पड़ सकता है भारी

यह कहानी यह सिखाती है कि कभी-कभी अपने करीबी लोगों पर भी पूरी तरह से भरोसा नहीं करना चाहिए. यदि आप भी ऐसी किसी स्थिति का सामना करते हैं, तो तुरंत पुलिस से संपर्क करना आवश्यक है.