उन्नाव। उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में बिजली विभाग में चल रही अनियमितताओं के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। अचालगंज उपखंड द्वितीय में रिविजन बिलों में लगभग 76 लाख रुपये की हेराफेरी के मामले में आज एक और लिपिक को निलंबित कर दिया गया है।

पांच कर्मचारी हो चुके है निलंबित

इससे पहले इस मामले में पांच कर्मचारियों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। अब एसडीओ पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है, जल्द ही उन पर विभागीय कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है। अधीक्षण अभियंता की सख्ती के चलते मामले की परतें खुलती जा रही हैं।

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76 लाख रुपये का अंतर सामने आया

अधिशासी अभियंता अमित निगम ने जानकारी देते हुए बताया कि 454 बिलों में बिना किसी वैध दस्तावेज के रिवीजन कर दिया गया। जिससे करीब 76 लाख रुपये का अंतर सामने आया है। यह सीधे-सीधे आम जनता को रिवीजन के नाम पर लूटने का प्रयास है। बिजली विभाग के भीतर लंबे समय से रिविजन बिल के नाम पर धांधली की शिकायतें मिल रही थी। जिस पर अब अधिकारियों की निगाह टिकी है। माना जा रहा है कि यह कार्रवाई आगे और नामों को घेरे में ले सकती है।