भद्रक. भद्रक जिला मुख्य अस्पताल में कार्यरत एक नर्स, जिसने शुक्रवार को भद्रक स्टेशन के पास ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया था, ने आज अपना आत्महत्या का कारण मीडिया के सामने रखा. उन्होंने बताया कि एडीएमओ उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे थे और दो नर्सें उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रही थीं. इस खुलासे के बाद जिले में हड़कंप मच गया है. भद्रक जिला कलेक्टर ने सीडीएमओ को घटना की गंभीरता से जांच करने का निर्देश दिया है.
नर्स ने बताया कि एडीएमओ डॉ. अमूल्य दास उन्हें कई बार धमकाते और परेशान करते थे. जब उन्होंने विरोध किया तो भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई. इसके अलावा, अस्पताल की एक नर्स उन्हें व्हाट्सएप पर आपत्तिजनक फोटो और टिप्पणियां भेजकर मानसिक रूप से परेशान कर रही थी, जबकि दूसरी नर्स ड्यूटी के दौरान उनके काम में बाधा डालती थी.
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नर्स आत्महत्या मामला (File Photo)
पीड़िता ने कहा कि लगातार हो रहे इस असहनीय व्यवहार के कारण वह मानसिक रूप से टूट गई और इसलिए उसने आत्महत्या करने का निर्णय लिया. घायल नर्स और स्थानीय बुद्धिजीवियों ने आरोपी डॉ. दास और दोनों नर्सों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
भद्रक के जिला मजिस्ट्रेट दिलीप कुमार राउतराय ने सीडीएमओ डॉ. बल को घटना की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. इस बीच, आरोपी डॉ. ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ये सभी आरोप झूठे हैं और वे ऐसी किसी घटना में शामिल नहीं हैं.
सीडीएमओ डॉ. बल ने बताया कि उन्होंने अस्पताल में पीड़िता से मुलाकात कर उसकी शिकायतें सुनी हैं. इस मामले की जांच के लिए एक विशेष समिति गठित की जाएगी, जिसमें एक महिला डॉक्टर भी शामिल होंगी. जांच रिपोर्ट आने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
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