पटना। बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग की तरफ से मद्य निषेध विभाग के अवर निरीक्षक (दारोगा) पद के लिए रविवार को राजधानी पटना समेत राज्य के 105 केंद्रों पर लिखित परीक्षा आयोजित की गई। यह परीक्षा छह जिलों पटना, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, दरभंगा और पूर्णिया में हुई।

नीतीश कुमार को शास्त्री नगर थाना में रखा गया

अभ्यर्थी नीतीश कुमार गया का रहने वाला है उसकी परीक्षा शास्त्री नगर थाने के केबी सहाय हाई स्कूल में था वह मोबाइल लेकर परीक्षा केंद्र पर चला गया था और उसके बाद वह मोबाइल के माध्यम से प्रश्न पत्र अपने दोस्त को भेजा और दोस्त ने उन्हें उत्तर लिखकर भेजा और उसकी नकल वह कर रहा था उसी समय में निरीक्षक की नजर पड़ी और उसे पकड़ लिया गया। फिलहाल गया के रहने वाले अभ्यर्थी नीतीश कुमार को शास्त्री नगर थाना में रखा गया है।

दूसरे अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा देने के आरोप

पटना के एक परीक्षा केंद्र पर एक फर्जी परीक्षार्थी पकड़ा गया, जिसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। वहीं, गया के एक परीक्षा केंद्र पर भी किसी दूसरे अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा देने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। । जांच में पाया गया कि अभ्यर्थी आशीष गौरव के स्थान पर सुजीत कुमार परीक्षा देने पहुंचे थे, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने इन मामलों की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है और दोनों आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

अभ्यर्थियों की संख्या काफी बड़ी थी

इस परीक्षा में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों की संख्या काफी बड़ी थी, और यह परीक्षा बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग द्वारा आयोजित की जा रही थी, जिससे बिहार के मद्य निषेध विभाग में अवर निरीक्षक (दारोगा) की भर्ती की प्रक्रिया को पूरा किया जा सके।  यह परीक्षा राजधानी पटना समेत गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, दरभंगा और पूर्णिया के 105 परीक्षा केंद्रों पर सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक आयोजित की गई. कुल 28 पदों के लिए 64 हजार 690 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। परीक्षा में 67 प्रतिशत अभ्यर्थियों की उपस्थिति रही।

धांधली को रोका जा सके

फर्जी परीक्षार्थियों का पकड़ा जाना और उनके खिलाफ कार्रवाई यह संकेत देता है कि परीक्षा केंद्रों पर निगरानी और सुरक्षा बढ़ाने की जरूरत है ताकि किसी भी तरह की धांधली को रोका जा सके। इसके अलावा, यह घटना परीक्षा केंद्रों में सख्त निगरानी और कानून व्यवस्था को बनाए रखने की महत्ता को भी उजागर करती है। पुलिस और संबंधित अधिकारी अब इन आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं और मामले में सभी तथ्यों को उजागर करने की कोशिश कर रहे हैं।