दिल्ली AIMIM के अध्यक्ष शोएब जमई (Shoaib Jamai) ने 18 मई को पहलगाम हमले, ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) और पाकिस्तान को लेकर बयान दिया. उन्होंने कहा कि जब कोई हमारे नागरिकों की सुरक्षा की चिंता नहीं करेगा, तो हम भी उसका मजबूती से सामना करेंगे. हम देश के हर दुश्मन के खिलाफ खड़े रहेंगे, यही हमारी शिक्षा और विचारधारा है.
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दिल्ली एआईएमआईएम के अध्यक्ष शोएब जमई ने कहा कि उन्होंने आंतरिक मुद्दों पर विपक्ष के दृष्टिकोण का समय-समय पर विरोध किया है और हर स्तर पर संघर्ष किया है. उनकी आलोचना भी हुई है, लेकिन लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत मतभेद अब भी बने हुए हैं. राजनीतिक विचारधारा के आधार पर भिन्नताएँ स्वाभाविक हैं, लेकिन जब देश की सुरक्षा और एकता की बात आती है, तो वे एकजुट होकर एक मजबूत आवाज के रूप में खड़े हो जाते हैं.
‘भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव का धर्म से कोई लेना देना नहीं’
डॉ. शोएब जमई का मानना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच के तनाव का धर्म से कोई संबंध नहीं है. उनके अनुसार, दोनों देशों के बीच युद्ध में धार्मिक तत्व का कोई स्थान नहीं है. उनका कहना है कि हमारा धर्म हमें अपने देश के प्रति वफादार रहने की शिक्षा देता है. पाकिस्तान के नेताओं ने धर्म के नाम पर लोगों को बांटने की कोशिश की है, लेकिन जब वे पुंछ और एलओसी पर गोलीबारी करते हैं, तो क्या मुसलमानों की जानें नहीं जातीं? उस समय उनकी राष्ट्रीयता कहां चली जाती है?
दिल्ली एआईएमआईएम नेता ने कहा कि जब पाक अधिकृत कश्मीर और बलूचिस्तान में अपने ही लोगों के खिलाफ दमन किया जाता है, तो उनकी कौमियत कहां चली जाती है? वहां के शासक और उनकी सेना हमेशा झूठ और धोखे का सहारा लेते आए हैं. हम अपने देश के साथ खड़े हैं और हमेशा रहेंगे.
22 अप्रैल को जम्मू के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया. इस अभियान के दौरान, भारतीय सेना ने कई आतंकवादी ठिकानों और पाकिस्तान सेना के स्थलों पर एयर स्ट्राइक कर उन्हें नष्ट किया. चार दिनों तक चले इस ऑपरेशन के बाद, भारतीय सेना ने इसे स्थगित करने की घोषणा की. तब से, दोनों देशों के बीच सीजफायर की स्थिति बनी हुई है.