दुर्ग. दुर्ग में आज का अधिकतम तापमान 41 डिग्री था. लेकिन तेज़ धूप और भारी गर्मी 91 साल के कांग्रेस के नेता मोतीलाल वोरा के राजनीतिक उत्साह के आगे ठंडी पड़ गई. कड़ी धूप में जब मतदान की रफ्तार कम हो गई थी. मोतीलाल वोरा तेज़ गति से बूथ पर डटे अपनी पार्टी के नौजवान साथियों का उत्साह बढ़ाने दुर्ग के बूथों का जायज़ा लेने में व्यस्त रहे.

मोतीलाल वोरा ने इस महापर्व में सबसे पहले लोकतंत्र के लिए अपने वोट की आहूति दी. उसके बाद भीषण गर्मी में अपनी पार्टी के लिए अपने पसीने और जज्बे की आहूति देते रहे. 5 बजे तक उनकी गाड़ी एक मतदान केंद्र से दूसरे मतदान केंद्र तक घुमती रही. उनके पैरों में सूजन थी. लेकिन उसके बाद भी वे कार्यकर्ताओं से मिलकर उनका जोश बढ़ाते रहे. वोरा मतदान करके बाहर निकलने वाले मतदाताओं से छत्तीसगढ़ी में गोठियाकर नब्ज टटोलते रहे.

जब उनसे पूछा कि इस चिलचिलाती धूप में अपने स्वास्थ्य का ख्याल न रखते हुए क्यों प्रचार कर रहे हैं. तो उनका जवाब था कि ये चुनाव है. राजनेता के लिए सबसे बड़ा दिन. उन्होंने बताया कि वे पिछले 9 दिन से दुर्ग लोकसभा में डटे हुए हैं और प्रत्याशी प्रतिमा चंद्राकर का के लिए काम कर रहे हैं. उनका प्रचार कर रहे हैं. चुनाव के दिन दुर्ग लोकसभा में दिग्गज नेताओं में सबसे ज़्यादा उम्र के मोतीलाल वोरा ही सबसे ज़्यादा सक्रिय दिखे. एक मतदान केंद्र पर उनसे बात की हमारे राजनीतिक संपादक रुपेश गुप्ता ने-

रुपेश गुप्ता – क्या माहौल दिख रहा है ?

मोतीलाल वोरा – मैं कम से कम 14-15 पोलिंग बूथ के पास गया हूं. मतदाताओं से रुबरु होने के बाद में ये पता चलता है कि कांग्रेस के पक्ष में लहर है. सब इस बात को समझ रहे हैं जो राहुल गांधी जी ने कही है. हर परिवार के खाते में 72 हज़ार रुपया सालाना जमा होंगे. 5 करोड़ परिवार, मतलब 25 करोड़ लोगों के खाते में. माहौल अच्छा है. ग्रामीण क्षेत्र में सुबह से हूं. किसानों के मन में इस बात की खुशी है कि जिस प्रकार से रेलवे का बजट होता है, वैसा ही बजट किसानों का अलग से होगा. किसान अगर लाभांवित होगा. वो खुशी से काम करेंगे. उसे धन उपलब्ध कराए जाएंगे. छग में किसानों का कर्जा माफ किया गया. 2500 में धान खरीदना शुरु किया. बिजली बिल हाफ किया. जो ज़मीन टाटा को दी गई थी, 5 हज़ार एकड़. वो जमीन आदिवासियों को दिए गए. जमीन के पट्टे दे दिए गए. तो कुल मिलाकर चार महीने में हमारी सरकार ने दिल जीता है. लोगों को कांग्रेस पर विश्वास है. लोगों को लगता है कि कांग्रेस जो कहती है वो करती है.

एक तरफ नरेंद्र मोदी की सरकार है. 2014 में जितने वादे किये थे. उन वादों पर वो खरी नहीं उतरी. .उन वादों पर मोदी सरकार फेल हो चुकी है. 15 लाख रुपये हर परिवार को देने की बात की थी. मैंने गांव वालों से पूछा कि क्या आपके खाते में कुछ जमा हुआ . उनका कहना था कि कुछ जमा नहीं हुआ. रोज़गार देने की बात बड़े पैमाने पर की थी. मोदी ने कहा था कि हर साल 2 करोड़ लोगों को हम रोज़गार देंगे. लेकिन रोज़गार नहीं मिला. 10 करोड़ बेरोजगारी के दौर से गुजर रहे हैं. हमने सरकार बनने पर कहा है कि जितने भी सरकारी पद खाली हैं. उन्हें हम भरेंगे. राज्यों में जो सरकारी पद खाली है. उन्हें भरेंगे.लोगों को रोज़गार मिलेगा.

रुपेश गुप्ता- भाजपा के लोग कह रहे हैं कि हर तरह मोदी ही मोदी है.

मोतीलाल वोरा- भाजपा के लोगों को इसके सिवा कहने को क्या है. हम कहते हैं कि नरेंद्र मोदी जी झूठ मत बोलो, जनता के बीच जाना है. जनता के बीच जाओगे. तो आपका झूठ नज़र आएगा कि कहां 15 लाख, कहां रोज़गार, कहां किसानों की कर्ज माफी. उन्होंने बहुत लंबी-लंबी बातें कही थी.  हर खाते में दो हज़ार जमा करने के मामले में दो किस्त तो जमा कर दी. लेकिन तीसरी किस्त जमा करने का मौका नहीं मिलेगा. वो कुल 6 हज़ार कर रहे हैं. हम 72 हज़ार कर रहे हैं. कहां 6 हज़ार, कहां 72 हज़ार. हिंदुस्तान में हमारी सरकार बनेगी. राहुल के पक्ष में जबर्दस्त वातावरण है.जहां भी जाते हैं राहुल के घोषणा पत्र को लोग याद करते हैं.

रुपेश गुप्ता- लेकिन इस बार प्रियंका गांधी भी मैदान में है. उनका बयान भी आया कि वो वाराणसी लड़ना चाहती हैं.क्या वो लडेंगी वाराणसी ?

मोतीलाल वोरा-  प्रिंयका ने कहा वो सही हे. वो उप्र को देख रही हैं. उप्र के बाहर भी जा रही हैं. उनके ऊपर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि राहुल जी कहेंगे तो चुनाव लड़ेगी.तो इंतज़ार करिए.

रुपेश गुप्ता- आप तो उन लोगों के करीबी हैं, आप कुछ बता सकते हैं ?

मोतीलाल वोरा- ये उनपर निर्भर करेगा. चुनाव तो उनको ही लड़ना है. वे धुआंधार प्रचार कर रही हैं. उनके भाषण में लोगों को बहुत दिलचस्पी होती है कि कब प्रियंका जी का भाषण सुनें. चाहे वो 10 मिनट बोलें. या 20 मिनट बोलें. लोगों को लगता है कि प्रियंका में हम इंदिरा जी की शक्ल को देख रहे हैं. ये तो शक्ल की बात हो गई. लेकिन वो कहती हैं कि मैं इंदिरा जी का मुकाबला नहीं कर सकती. जो हूं. आपके सामने हूं. मैं काम कर रही हूं.

रुपेश गुप्ता- प्रिंयका गांधी लड़े या न आपकी क्या इच्छा है ?

मोतीलाल वोरा-  मेरी इच्छा वही है जो हाईकमांड की इच्छा है. उनका चुनाव लड़ना हाईकमांड की इच्छा पर निर्भर करता है. जो हाईकमांड कहेगा उसको प्रिंयका जी मानेगीं. हाई कमांड हमारी सोनिया जी हैं, राहुल जी हैं. ये जो तय करेंगे उस पर आगे का सारा भविष्य निर्भर करेगा. प्रियंका सिर्फ यूपी तक सीमित नहीं है. केरल में भी दो दिन पहले गई थी और भी जगह जा रही हैं. जहां राहुल जी जाते हैं, ठीक वहां पर वो भी जाती हैं. तो लोगों में रुझान है कांग्रेस के प्रति और भाजपा वालों झूठ तो मत बोलो. जनता के बीच जाना है. बहुत झूठ बोल लिया. बहुत जुमले दे दिए.

रुपेश गुप्ता- बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा को उतारा है, इस पर क्या कहेंगे ?

मोतीलाल वोरा- मेरा कहना है कि प्रज्ञा साध्वी ने नामांकन भर दिया. नामांकन पत्र के पहले जिस प्रकार की बातें उन्होंने कहीं है.उस पर दिग्विजय सिंह ने एक बात ज़रुर कह दी है कि मैं इनके खिलाफ एक शब्द नहीं बोलूंगा. इसी से ही दिग्वजिय सिंह की विजय हो गई है.