शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में होने वाले फलों के राजा ‘आम’ का स्वाद तुर्की और चीन तक नहीं चख पाएगा। भोपाल के सबसे बड़े जवाहर बाग में 20 से ज्यादा देशी आम की वैरायटी है। यहां के आम देश के साथ विदेश भी सप्लाई किए जाते हैं। लेकिन बाग के केयरटेकर नवाब खान ने इस बार आमों को तुर्की और चीन तक न भेजने का फैसला लिया है। पाकिस्तान का साथ देने की वजह से दोनों देशों का विरोध किया जा रहा है।
जवाहर बाग में 20 से ज्यादा वैरायटी के पेड़
बता दें कि भोपाल के सबसे बड़े जवाहर बाग के 50 एकड़ में 20 से ज्यादा वैरायटी वाले 1800 आम के पेड़ हैं। यहां नरगिस, आम्रपाली, कृष्णभोग, कोहिनूर, डालर, महाराजा, नूरजहां, हिमसागर, मलका, केसर समेत बीस से ज्यादा देशी आमों की वैरायटी है। इन आमों की विदेश में खासी डिमांड है। यहां आने वाले विदेश में रहने वाले अपने परिचितों को जवाहर बाग के आमों की पेटियां भेजते हैं।
तुर्की और चीन भी जाते थे आम
ये आम तुर्की और चीन भी भेजे जाते रहे हैं। पिछले साल भी इन विदेशी आमों को कई देशों में भेजा गया था। लेकिन इस बार पाकिस्तान का समर्थन करने की वजह से तुर्की और चीन का बहिष्कार किया जा रहा है। जो लोग इन देशों में यहां के आम भेजना चाह रहे हैं उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ रहा है।
जंग में तुर्की और चीन से दिया था पाक का साथ
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुई जंग के बाद दोनों देशों के बीच तनातनी का माहौल है। इस युद्ध के दौरान यह बात भी उजागर हुई कि आतंकियों को पनाह देने वाले पाक का तुर्की और चीन ने साथ दिया। जिस तुर्की को दोस्त मानकर भारत ने आर्थिक मदद की थी, उसने ही पाकिस्तान को ड्रोन सप्लाई की जिसका इस्तेमाल इण्डिया में हमला करने के लिए उपयोग हुआ। लेकिन भारत अब इन दोनों देशों से बदला मीठा न खिलाकर लेगा।
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें