Rajasthan News: राजस्थान की राजधानी जयपुर में मेट्रो नेटवर्क के विस्तार को लेकर एक बड़ा निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर मेट्रो फेज-2 की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) को मंजूरी दे दी है। अब यह रिपोर्ट केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय को भेजी जाएगी, जहां से अंतिम स्वीकृति के बाद प्रोजेक्ट पर निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।

36 स्टेशन, 42.80 किमी का कॉरिडोर

जयपुर मेट्रो फेज-2 में कुल 42.80 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर प्रस्तावित है, जिसमें 36 स्टेशन बनाए जाएंगे। इनमें 34 एलिवेटेड और 2 भूमिगत स्टेशन शामिल हैं। यह कॉरिडोर शहर के उत्तर-दक्षिण ट्रांजिट रूट पर टोडी मोड से प्रह्लादपुरा तक फैला होगा।

2025-26 के बजट में हुई थी घोषणा

इस मेट्रो विस्तार की घोषणा राज्य सरकार ने 2025-26 के बजट में की थी। फेज-2 मेट्रो को शहरी परिवहन में क्रांतिकारी बदलाव माना जा रहा है, जो जयपुरवासियों के लिए यात्रा को अधिक सुगम और सुविधाजनक बनाएगा।

राज्य-केंद्र का संयुक्त उपक्रम

फेज-2 का निर्माण राजस्थान मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (RMRC) के माध्यम से किया जाएगा, जो राज्य और केंद्र सरकार की 50:50 की साझेदारी में गठित संयुक्त उपक्रम है। यह एजेंसी भविष्य में जयपुर मेट्रो की सभी परियोजनाओं को भी संचालित करेगी।

12,260 करोड़ रुपये की लागत

जयपुर मेट्रो फेज-2 परियोजना की कुल अनुमानित लागत ₹12,260 करोड़ है। इसके लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) और एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (AIIB) ने वित्तीय सहायता देने पर सहमति जताई है।

प्रमुख क्षेत्रों को जोड़ेगा मेट्रो नेटवर्क

फेज-2 कॉरिडोर शहर के कई प्रमुख क्षेत्रों जैसे:

  • वीकेआई और सीतापुरा औद्योगिक क्षेत्र
  • सवाई मानसिंह अस्पताल और स्टेडियम
  • विद्याधर नगर, टोंक रोड, कलेक्ट्रेट
  • प्रस्तावित अंतरराज्यीय बस टर्मिनल को जोड़ने का काम करेगा। इसके अलावा, जयपुर एयरपोर्ट के प्रस्तावित नए टर्मिनल के नीचे भी एक भूमिगत मेट्रो स्टेशन बनाया जाएगा।

फेज-1 से फेज-2 के बीच कनेक्टिविटीपढ़ें

मौजूदा फेज-1 (मानसरोवर से बड़ी चौपड़) को फेज-2 से जोड़ने के लिए खासा कोठी स्टेशन के पास फुट ओवर ब्रिज और चांदपोल व गवर्नमेंट हॉस्टल स्टेशनों के बीच स्पर लाइन का निर्माण किया जाएगा, जिससे दोनों मेट्रो रूट के बीच निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित की जा सकेगी।

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