इस वर्ष नौतपा की शुरुआत 25 मई, शनिवार से होगी और 2 जून 2025 तक चलेगी. यह नौ दिनों की अवधि तब शुरू होती है जब सूर्य वृषभ राशि में प्रवेश करता है. इसे ग्रीष्मकाल का सबसे तप्त समय माना जाता है, जब सूर्य की किरणें पृथ्वी पर तीव्रतम होती हैं. इस समय सूर्य देव को शांत करने और उनके अनुकूल फल प्राप्त करने के लिए विशेष पूजा-अर्चना की जाती है.

धार्मिक मान्यता के अनुसार, यदि नौतपा के दौरान सूर्य को शीतलता प्रदान करने वाले पदार्थों का भोग लगाया जाए, तो घर में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहती है. नीचे दी गई 9 चीजें सूर्य देव को अर्पित करना शुभ माना गया है.
1. गुड़ – स्वास्थ्य और ऊर्जा में वृद्धि.
2. गेहूं – समृद्धि और अन्न-पूर्णता का प्रतीक.
3. घी – पवित्रता और मानसिक शांति.
4. काले तिल – नकारात्मक ऊर्जा का नाश.
5. गुड़-धनिया – ठंडक और शीतलता प्रदान करता है.
6. खरबूजा/तरबूज – सूर्य को शीतलता देने वाला फल.
7. पका आम – प्रसन्नता और सफलता का प्रतीक.
8. नारियल पानी/जल – शुद्धता और तरलता का प्रतीक.
9. कमल का फूल – श्रद्धा और सौंदर्य का प्रतीक.
इन वस्तुओं को तांबे के लोटे में जल भरकर सूर्य को अर्घ्य देते समय अर्पित करें. यह सूर्य देव को प्रसन्न करता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है.
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