Rajasthan News: देश की सरहदों पर तैनात जांबाजों की बहादुरी अक्सर खबरों में रहती है, लेकिन इस बार सीकर जिले के जवान अमित सिंह अपनी शादी के अनोखे अंदाज़ को लेकर पूरे देश में चर्चा में हैं। उनकी शादी का कार्ड इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें देशभक्ति की झलक साफ दिखाई देती है। अमित ने अपने विवाह पत्र पर बड़े गर्व से ऑपरेशन सिंदूर और Proud of Indian Army छपवाया है, जिसने लोगों का दिल जीत लिया।

तीनों भाई एक साथ थे ऑपरेशन सिंदूर में तैनात

अमित सिंह भारतीय सेना की 18 कैवेलरी आर्म्ड फोर्स यूनिट में कार्यरत हैं और हाल ही में संपन्न ऑपरेशन सिंदूर में अपने दो भाइयों के साथ पाकिस्तान सीमा पर तैनात थे। उनके पिता जगदीश सिंह शेखावत, सीकर के धोद क्षेत्र के खाखोली गांव के एक किसान हैं। उनके चार बेटों में से तीन अमित, धर्मेंद्र और अभय प्रताप भारतीय सेना में कार्यरत हैं। चौथे बेटे भंवर सिंह एक मोटिवेशनल स्पीकर हैं, जबकि बेटी संगीता शेखावत राजस्थान पुलिस में सेवा दे रही हैं। यह परिवार सच्चे मायनों में देशभक्ति की मिसाल बन गया है।

अनोखा शादी कार्ड और देशभक्ति का संदेश

अमित सिंह की शादी 28 मई को नागौर जिले के कुचामन सिटी के रसीदपुरा गांव की पूजा कंवर से होनी है। अमित फिलहाल 15 दिन की छुट्टी लेकर घर आए हैं और तैयारियों में जुटे हैं। शुरुआत में ऑपरेशन सिंदूर के कारण शादी की तारीख टालने का विचार था, लेकिन हालात सामान्य होने पर उन्होंने तय समय पर ही शादी करने का फैसला लिया। उन्होंने बताया कि शादी का कार्ड सिर्फ निमंत्रण नहीं, बल्कि भारतीय सेना को श्रद्धांजलि और गौरव का प्रतीक है। अमित मानते हैं कि जब तक हम सैनिकों के बलिदान को हर अवसर पर याद नहीं करेंगे, तब तक आने वाली पीढ़ियों में देशभक्ति की भावना पैदा नहीं होगी।

गर्व से भरा है परिवार

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तीनों भाई एक साथ सीमा पर तैनात थे, जो परिवार के लिए बेहद गर्व की बात रही। बहन संगीता ने बताया कि उस वक्त घर में डर नहीं, बल्कि गर्व और आत्मविश्वास का माहौल था। माता-पिता हर बात में बेटों का हौसला बढ़ाते रहे। उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा था कि उनके भाई देश के दुश्मनों को करारा जवाब देंगे।

भाई नहीं आ पाएंगे शादी में

शादी की खुशी के बीच एक कमी यह है कि अमित के बड़े भाई को छुट्टी नहीं मिल पाई है, और संभवतः वे शादी में शामिल नहीं हो पाएंगे। छोटे भाई धर्मेंद्र ने बताया कि तीनों भाई फोन पर लगातार संपर्क में रहते हैं, और सभी को गर्व है कि देश सेवा सबसे ऊपर है।

फौजियों की धरती: खाखोली गांव

अमित सिंह के पिता ने बताया कि उनके गांव खाखोली से अब तक 100 से अधिक युवा सेना में सेवा दे चुके हैं। गांव के चंदन सिंह कारगिल युद्ध में शहीद हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि बेटे की शादी में देशभक्ति का संदेश देना उनका सपना था, जो अब साकार हुआ है।

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