Covid 19 New Cases In India: कोरोना (Corona) ने एक बार फिर से विश्व को डराना शुरू कर दिया है। चीन ने शुरू हुआ कोरोना का नया वेरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 (Corona new variant NB.1.8.1 and LF.7) सिंगापुर, थाईलैंड और हॉन्गकॉन्ग में कोहराम मचाने के बाद भारत में भी तहलका मचाना शुरू कर दिया है। देश में इस साल पहली बार एक्टिव केस 1000 के पार पहुंच गई है। वहीं तीन से ज्यादा कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है। दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से उछाल देखने को मिल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, दिल्ली में वर्तमान में कोरोना के 104 एक्टिव केस (मामले) हैं। बीते एक हफ्ते में 99 नए मामले सामने आए हैं। यह परेशान करने वाली बात है।
भारत में मिले कोरोना के दो नए वेरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 ओमिक्रॉन के ही सब-वैरिएंट हैं, जो 2022 तक सक्रिय था. NB.1.8.1, JN.1 वैरिएंट का ही वंशज है। जबकि LF.7 इससे संबंधित एक अन्य सब-वैरिएंट है। ये वैरिएंट वायरस के स्पाइक प्रोटीन में कई म्यूटेशन लेकर आते हैं, जो इसे मनुष्यों में आसानी से फैलने में मदद करते हैं।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, सबसे ज्यादा मामले केरल में 430 में है। उसके बाद महाराष्ट्र में 209 और दिल्ली 104 एक्टिव केसों के साथ तीसरे स्थान है। जबकि कर्नाटक में 34 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही राज्य में एक्टिव मामलों की संख्या 47 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने आगे बताया कि हरियाणा में 76 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही राज्य में एक्टिव केसों की संख्या 83 हो गई है, तो राजस्थान में 11 नए केस सामने आए हैं। इसके साथ ही एक्टिव केसों की संख्या 13 हो गई है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में भी 11 नए केस मिले हैं। इसके साथ ही एक्टिव केसों की संख्या 12 हो गई है। वहीं यूपी में 15 नए केस मिले हैं।
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जनसंख्या वाले बड़े राज्य बिहार-असम में एक भी एक्टिव मरीज नहीं
कुछ राज्यों जैसे अंडमान और निकोबार, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर आदि में फिलहाल कोई सक्रिय मामला दर्ज नहीं हुआ है।

दिल्ली में कोरोना ने डराया
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं। दिल्ली में अब कोरोना के सक्रिय मामले 104 हो गए हैं। हाल में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर पंकज सिंह ने एक वीडियो जारी कर के लोगों से पैनिक न करने की अपील की थी। उन्होंने कहा था, ”मुझे नहीं लगता की किसी को भी पैनिक होने की जरूरत है। हमारे सभी हॉस्पिटल्स हर स्थिति के लिए तैयार हैं। अस्पतालों में ऑक्सीजन से लेकर हर एक चीज की पूरी व्यवस्था है। अगर कोई भी स्थिति आयी तो हम पूरी तरह से तैयार हैं। इसके साथ ही कोरोना को लेकर दिल्ली में एडवाइस भी जारी की गई है।
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LF.7 और NB.1.8 सबवेरिएंट क्या हैं?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना के LF.7 और NB.1.8 सब-वैरिएंट को निगरानी में रखे जाने वाले वैरिएंट के रूप में वर्गीकृत किया है। हालांकि डब्ल्यूएचओ ने अब तक इन दोनों वैरिएंट को चिंताजनक नहीं बताया है, लेकिन LF.7 और NB.1.8 ही वे वैरिएंट हैं जो कथित तौर पर चीन और एशिया के कुछ हिस्सों में कोविड के मामलों में वृद्धि के लिए जिम्मेदार रहे हैं। भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में तमिलनाडु में NB.1.8.1 वैरिएंट का एक मामला सामने आया था, जबकि मई में गुजरात में LF.7 वैरिएंट के चार मामले सामने आए थे। लेकिन भारत में अब भी कोरोना संक्रमण के लिए JN.1 वैरिएंट ही सबसे अधिक जिम्मेदार बना हुआ है। भारत में टेस्ट होने वाले कोविड सैंपल्स में से 53% में JN.1 वैरिएंट ही संक्रमण का कारण है, इसके बाद BA.2 की उपस्थिति 26% तथा अन्य ओमिक्रॉन सब-लीनिएज की उपस्थिति 20% है।

NB.1.8.1 और LF.7 ओमिक्रॉन के ही सब-वैरिएंट
NB.1.8.1 और LF.7 ओमिक्रॉन के ही सब-वैरिएंट हैं, जो 2022 तक सक्रिय था. NB.1.8.1, JN.1 वैरिएंट का ही वंशज है। जबकि LF.7 इससे संबंधित एक अन्य सब-वैरिएंट है। ये वैरिएंट वायरस के स्पाइक प्रोटीन में कई म्यूटेशन लेकर आते हैं, जो इसे मनुष्यों में आसानी से फैलने में मदद करते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन का प्रारंभिक आकलन एनबी.1.8.1 वैरिएंट को स्वास्थ्य के लिए कम जोखिम वाला मानता है। हालांकि, इसके स्पाइक प्रोटीन म्यूटेशन – A435S, V445H और T478I- अन्य वैरिएंट की तुलना में ज्यादा संक्रामक हैं और इम्युनिटी को बायपास करने क्षमता का रखते हैं। दुनिया भर में, NB.1.8.1 का पता एशिया, अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया सहित 20 से अधिक देशों में लगाया गया है।
NB.1.8.1 और LF.7 के लक्षण क्या हैं?
–गले में खराश
–थकान
–हल्की खांसी
–बुखार
–मांसपेशियों में दर्द
–नाक बंद होना
–लगातार कम-ग्रेड हाइपरथर्मिया (थर्मोरेग्यूलेशन में विफलता के कारण शरीर का तापमान बढ़ जाना, जो सामान्य बुखार से अलग है)
–सिरदर्द
–मतली आना
–भूख न लगना
खुद को कैसे सुरक्षित रखें?
–कोविड-19 टीकाकरण और बूस्टर शॉट्स के बारे में अपडेट रहें
–भीड़भाड़ वाली या बंद जगहों पर मास्क पहनें
–हाथों को साफ रखें, सैनिटाइजर और साबुन का प्रयोग करें
–लक्षणों पर नजर रखें और अगर आप अस्वस्थ महसूस करते हैं तो जांच करवाएं
–स्थानीय स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों और सलाहों का पालन करें
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