India CATS Warrior Drone: ‘ड्रोन वॉरफेयर’ (Drone Warfare) में भारत तहलका मचाने जा रहा है। जी हां… हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने बेहद खास ड्रोन ‘कैट्स-वॉरियर ड्रोन’ तैयार करने में सफलता हासिल की है। खुद रक्षा मंत्रालय के डिफेंस प्रोडक्शन विभाग ने देश के इस स्टील्थ ‘विंगमैन’ के बारे में जानकारी साझा की है। कैट्स-वॉरियर का उद्देश्य है कि दुश्मन की एयर-स्पेस में दाखिल होने के दौरान फाइटर पायलट को कोई नुकसान ना हो। इसे चीन-पाकिस्तान का नया ‘आसमानी काल’ कहा जा रहा है। वहीं इसकी खूबी देखकर ड्रैगन-पाक के होश उड़ गए हैं।

इसी साल फरवरी में बेंगलुरु में आयोजित एयरो-इंडिया प्रदर्शनी में एचएएल ने कैट्स वॉरियर का मॉडल प्रदर्शित किया था। ये कोई ऐसा-वैसा ड्रोन नहीं बल्कि ऐसा कॉम्बैट यूएवी (अनमैन्ड एरियल व्हीकल) है जो एलसीए-तेजस जैसे फाइटर जेट के साथ उड़ान भरने के लिए तैयार किया गया है।

जानें कैट्स वॉरियर की खासियत
इस कैट्स (सीएटीएस यानी कॉम्बैट एयर टीमिंग सिस्टम) वॉरियर का कंट्रोल भी फाइटर जेट के हाथों में होगा। जानकारी के मुताबिक, जंग के दौरान ये कॉम्बैट यूएवी, फाइटर जेट से आगे फ्लाई करेगा और रणभूमि (एयर-स्पेस) की पूरी जानकारी पायलट को देता रहेगा। ये कॉम्बैट यूएवी है, ऐसे में ये दुश्मन की सीमा में घुसकर मिसाइल या फिर बम से हमला भी कर सकता है। जरूरत पड़ने पर हाई रिस्क टारगेट के खिलाफ ये खुद को तबाह भी कर सकता है क्योंकि पायलट के द्वारा उड़ाए जाने वाले लड़ाकू विमान ऐसा नहीं कर सकते हैं।

कैट्स वॉरियर का उद्देश्य है कि दुश्मन की एयर-स्पेस में दाखिल होने के दौरान फाइटर पायलट को कोई नुकसान ना हो। साथ ही पायलट को बैटलफील्ड की स्थिति के बारे में पहले से ही जानकारी हासिल की जा सके।
गेम चेंजर साबित होगा कैट्स वॉरियर
‘ड्रोन वॉरफेयर’ में कैट्स वॉरियर गेम चेंजर साबित होगा। खुद रक्षा मंत्रालय ने कैट्स वॉरियर की मारक क्षमता को देखते हुए इसे अनमैन्ड कॉम्बैट (ड्रोन वॉरफेयर) का गेम-चेंजर करार दिया है। हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, भारतीय वायुसेना के रफाल और सुखोई फाइटर जेट ने पाकिस्तानी की सीमा में दाखिल न होने के बजाए अपनी ही सीमा से लंबी दूरी की स्टैंड ऑफ मिसाइल और बम दागे थे क्योंकि दुश्मन की सीमा में एयर डिफेंस सिस्टम का खतरा बना रहता है।

एचएएल के मुताबिक, कैट्स वॉरियर का वजन करीब दो टन है और ये 9000 मीटर की ऊंचाई कर फ्लाई कर सकता है। साथ ही ये 300 किलोमीटर के रेडियस में कोई भी बड़ा एक्शन करने में सक्षम है।
लॉयल विंगमैन भी मिला नाम
कैट्स वॉरियर एक कॉम्बैट ड्रोन है और इसे मिसाइल और बम से लैस किया जा सकता है। ऐसे में ये दुश्मन देश की सीमा में जाकर हमला भी कर सकता है। कैट्स वॉरियर में हवा से हवा में मार करने वाली दो मिसाइल और दो ही हवा से जमीन (स्मार्ट एंटी-एयरफील्ड वेपन) को भी इंटीग्रेट किया जा सकता है। इन खूबियों के लिए ही कैट्स वॉरियर को ‘लॉयल विंगमैन’ का नाम भी दिया गया है। ये ‘मदरशिप-एयरक्राफ्ट’ के आदेश पर दुश्मन की सीमा में डीप-स्ट्राइक मिशन को भी अंजाम दे सकता है।
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