बिलाईगढ़. छोटे से व्यापारी और पूर्व पार्षद पति शैलेंद्र देवांगन के घर लल्लूराम डॉट कॉम की टीम पहुंची. लल्लूराम डॉट कॉम ने शैलेंद्र से बात की. शैलेंद्र देवांगन ने इस बात की पुष्टि की है कि मुख्यमंत्री जो कह रहे हैं, वही सच है. प्रज्ञा ठाकुर ने उन्हें चाकू मारा था.
शलेंद्र देवांगन ने बताया कि कि घटना कैसे हुई. उन्होंने बताया – ”2001 वो अपनी दुकान पर बैठे थे. अचानक प्रज्ञा ठाकुर आई. उसने मेरा कॉलर पकड़ा. मैंने बचाव करने की कोशिश की. तभी उसने चाकू निकालकर मेरे ऊपर वार किया. मैंने देख लिया और अपनी जगह से हटकर अपनी जान बचाई. लेकिन चाकू मेरे पेट के दाहिनी ओर लगी. खून निकलने लगा. लेकिन चोट गहरा नहीं था. मैं भागा. वहां लोग जुट गए”
शैलेंद्र का कहना है कि जिस चाकू से प्रज्ञा ने हमला किया वो कौन सा चाकू था वो देख नहीं पाए. लेकिन फिर वे कहते हैं कि संभवत: वो बटन वाला चाकू था. शैलेंद्र ने बताया कि वारदात के बाद आसपास के सभी लोग वहां पहुंच गए. सारी पब्लिक इसके बाद उनके साथ थाने गई. शैलेंद्र का कहना है कि इसमें स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परमेश्वर दयाल मिश्रा यानि बप्पा जी भी थे. चूंकि चोट गहरा नहीं था. इसलिए पहले थाने एफआईआर कराने गए. मैं बिल्कुल घबराया हुआ था. मेरा दिमाग काम नहीं कर रहा था. मुझे कुछ ठीक-ठीक याद भी नहीं है. फिर बप्पा जी के कहने पर दोनों पक्षों मं सुलह हो गई.
ये बात यकीन करने लायक नहीं है कि कोई क्यों पहली मुलाकात में किसी पर हमला कर देगा. इस सवाल को हमने शैलेंद्र से पूछा तो उनका कहना है कि उस दिन पहली बार वो आई थी. मुझे खुद समझ नहीं आया कि उसने चाकू क्यों मारा. बाद में लोगों से पता चला कि वो वेयरहाऊस वाले भदौरिया जी की साली है. जिसका नाम प्रज्ञा है. उससे पहले न तो उसे देखा था न मिला था.
फिर जब मालेगांव बम धमाकों में उसका नाम आया. उसकी फोटो टीवी पर देखी. तब पता चला कि ये वही प्रज्ञा है.